Live Updates: स्मृति ईरानी ने कहा- निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा हर अपराधी के लिए एक संदेश है
7 साल 3 महीने 4 दिन बाद निर्भया को इंसाफ मिल गया है. आज 20 मार्च को निर्भया को न्याय मिला. दिल्ली की तिहाड़ जेल की घड़ी में पांच बजकर तीस मिनट हुए और निर्भया के चार गुनहगार फांसी पर लटका दिए गए. फांसी की खबर मिलते ही जेल के बाहर तालियां बजी. आज निर्भया के माता पिता का संघर्ष खत्म हुआ और देश की बेटियों के लिए न्याय की उम्मीद जगी. पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ पर.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
20 Mar 2020 11:52 AM
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले के चारों दोषियों को फांसी दिए जाने पर कहा कि इससे अपराधियों को सख्त संदेश जाएगा कि वे कानून से भाग नहीं सकते. मैंने इतने सालों में निर्भया की मां का संघर्ष देखा है. हालांकि न्याय पाने में समय लगा लेकिन आखिरकार न्याय हुआ. यह लोगों को भी संदेश है कि वे आप कानून से भाग सकते हैं लेकिन आप हमेशा के लिए इससे बच नहीं सकते. मुझे खुशी है कि न्याय हुआ है.’’
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है, ‘’मैं इस दिन का अभिवादन करती हूं कि आखिरकार निर्भया को न्याय मिला है. निर्भया कांड के दोषियों को फांसी की सजा हर अपराधी के लिए एक संदेश है कि एक दिन कानून आपको पकड़ लेगा.’’
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में निर्भया के गांव में जश्न का माहौल है. चारों दोषियों को फांसी होने के बाद गांव के लोगों ने मिठाइयां बांटीं और पटाखे भी फोड़े. निर्भया के माता-पिता ने बेटी की तस्वीर को गले लगाकर कहा है कि आज हमें इंसाफ मिल गया है.
तिहाड़ जेल अधिकारियों ने बताया है कि निर्भया के चारों दोषी रात भर सोए नहीं थे. चारों में से एक भी दोषी नहाया भी नहीं. अधिकारियों ने यह भी कहा कि चारों में से एक ने नाश्ता भी नहीं किया था और रात भर वह पुलिसवालों और जेल कर्मियों से दुर्व्यहार करते रहे.
चारों दोषियों के शव दो एंबुलेंस में दीन दयान उपाध्याय अस्पताल लाए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब सुबह दस बजे चारों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इसके बाद चारों के शव उनके परिवारवालों को सौंप दिए जाएंगे. हालांकि अस्पताल में अभी तक किसी भी दोषी के परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है.
तिहाड़ के नाम चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे. जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे.
निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने फैसले को एक बड़ी लड़ाई और मिसाल बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार के लिए वो आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर सिद्धार्थ लूथरा ने फैसले पर खुशी जताई.
सुबह साढ़े पांच बजे सभी चार दोषियों को फांसी के के फंदे पर लटकाया गया. इसके बाद छह बजकर 20 मिनट पर दोषियों के शवों को फंदे से उतारा गया. इसके बाद जेल डॉक्टरों ने शवों की जांच की और दोषियों को मृत घोषित किया. अब कुछ देर बाद शवों को स्थानीय पुलिस को सौंपा जाएगा और कागजी कार्यवाही करने के बाद शवों को दिल्ली में पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा जाएगा.
तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है. पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता कर दी है. ऐसा पहली बार हुआ है कि तिहाड़ जेल में एक साथ चारों दोषियों को फांसी दी गई हो.
डॉक्टरों ने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया गया है. जेल अधिकारी अब लोकल पुलिस को चारों दोषियों के शव सौंप देंगे. दोषियों को थोड़ी देर बाद पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
अब चारों दोषियों का शव फांसी से उतारा जाएगा और उसके बाद डॉक्टरों की टीम सभी के शवों की जांच की जाएगी. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
आशा देवी ने कहा, ''हमारी बेटी आज दुनिया में नहीं है, वो अब आ भी नहीं सकती लेकिन आज के बाद देश की बेटियां सुरक्षित महसूस करेंगी. हमें इंसाफ मिला है लेकिन हमारी लड़ाई देश की दूसरी बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए होगी. कल जब हम कोर्ट के आए तो हमने अपनी बेटी की फोटो के आगे हाथ जोड़े और उसकी फोटो गले से लगाया. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है कि उसके नाम से मुझे पूरी दुनिया जानती है. मुझे अपसोस है कि उन्हें बचा नहीं पाए लेकिन आज ममता और मां धर्म पूरा हो गया.''
दोषियों को फांसी के बाद निर्भया के पिता ने कहा, ''हमें इस घड़ी का सात साल से इंतजार था, हम बहुत खुश हैं. आज न्याय का दिन है और सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ा दिन है. महिला सुरक्षा को लेकर आज बहुत बड़ी उम्मीद जगी है, आज पूरे देश के लिए न्याय का दिन है. आज निर्भया सच मेम खुश होगी. एक बेटी तभी खुश होती है जब उसके माता पिता खुश हों, आज हम बहुत खुश हैं इसलिए निर्भया भी बहुत खुश होगी. आज उनकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. हमारी मांग है कि महिला सुरक्षा को लेकर ऐसे कानून बनें, जिससे फिर किसी माता पिता को ऐसा इंतजार ना करना पड़े.''
फांसी के बाद अब चारों दोषियों को करीब आधे घंटे से चालीस मिनट तक फांसी घर के कुएं में ही लटका कर रखा जाएगा. इसके बाद जेल में मौजूद डॉक्टर फांसी घर के कुएं में जाएंगे और उनकी मेडिकल जांच कर सर्टिफिकेट देंगे. इसके बाद चारों दोषियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया जाएगा.
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है. तिहाड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों ने खुशी में तालियां बजाई और निर्भया जिंदाबाद के नारे लगाए.
चारों दोषियों के गले में काला कपड़ा पहनाया गया है. दोषियों ने काले रंग के कपड़े पहने हुए हैं. अब जल्लाद किसी भी वक्त लीवर खींच देगा.
चारों दोषियों को फांसी के तख्ते तक लाया गया है. इससे पहले ही सभी दोषियों के पीछे की तरफ हाथ बांध दिए गए. बताया जा रहा है कि दो दोषी हाथ बंधवाने में आनाकानी कर रहे थे. सभी दोषियों को कोर्ट की तरफ से जारी डेथ वारंट सुनाया गया है और उन्हें बताया गया है कि उनको किस गुनाह के लिए फांसी दी जा रही है.
रात को ही दोषियों की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई थी. सुनवाई के दौरान जस्टिस भानुमति ने कहा कि याचिका में हमें कोई आधार नजर नहीं आता. दोषियों के वकील एपी सिंह ने पवन के नाबालिग होने की दलील रखी थी. निर्भया के दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि वे आज संतुष्ट महसूस कर रही हैं. मैं समर्थन के लिए सभी लोगों का धन्यवाद देती हूं.
तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया है कि सभी दोषियों को मेडिकल टेस्ट पूरा हो चुका है और सभी दोषी पूरी तरह से फिट हैं. जबतक दोषियों को फांसी नहीं दी जाती, तबतक जेल लॉक डाऊन रहेगी.
रात को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज ने अहम टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि अब वह वक्त करीब आ गया है जब आप के मुवक्किल ऊपर वाले से मुलाकात करेंगे. अब और वक्त बर्बाद मत कीजिए, हमारे पास अब और वक्त नहीं है आप की दलीलों को सुनने के लिए. कोर्ट ने कहा कि अब इन आखिरी घंटों में हम आपकी मदद नहीं कर सकते.
तिहाड़ के डीजी संदीप गोयल जेल पहुंच चुके है. सुबह 3.15 बजे तिहाड़ में निर्भया के दोषियों को जगाया गया. किसी गुनहगार को रात भर नींद नहीं आई.
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Live Updates: 7 साल 3 महीने 3 दिन बाद निर्भया को इंसाफ मिलने का वक्त आ गया है. सुबह 5.30 बजे तिहाड़ जेल में निर्भया के चारों दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा. इससे पहले निर्भया के दोषियों ने एक बार फिर कानूनी दांव पेंच चलने की कोशिश की लेकिन वो नाकाम रही है. दोषियों के वकील एपी सिंह ने दिल्ली हाईकोर्ट में फांसी की सजा पर रोक लगाने की अर्जी दी लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी. इसके बाद एपी सिंह सुप्रीम कोर्ट गए लेकिन देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी याचिका खारिज कर दी. पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ पर.
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