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Madhya Pradesh Live Updates: एमपी सरकार के खिलाफ SC पहुंची BJP, शिवराज सिंह चौहान की मांग- तुरंत हो फ्लोर टेस्ट
Madhya Pradesh Live Updates: एमपी सरकार के खिलाफ SC पहुंची BJP, शिवराज सिंह चौहान की मांग- तुरंत हो फ्लोर टेस्ट
मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार 26 मार्च तक के लिए बच गई है. आज विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ और कोरोना वायरस के चलते विधानसभा को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया. मध्य प्रदेश की राजनीति से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ पर.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
16 Mar 2020 12:54 PM
बीजेपी की ओर से अल्पमत का दावा करने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अगर ऐसा तो वो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं. उन्होंने कहा, ''पिछले एक साल में तीन बार बहुमत साबित किया है, अगर इनको लगता है कि हमारी सरकार के पास बहुमत नहीं तो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं. इसके लिए क्यों शरमा रहे हैं.''
बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की सुप्रीम कोर्ट में याचिका. एमपी विधानसभा की कार्रवाई 26 मार्च तक टाले जाने को चुनौती दी. याचिका में तुरन्त फ्लोर टेस्ट की मांग की गई है.
मध्य प्रदेश विधानसभा में कमलनाथ सरकार का बहुमत परीक्षण नहीं हुआ और जोरदार हंगामे के बाद कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए रद्द कर दिया गया. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद जोरदार हंगामा शुरू हुआ. बीजेपी विधायक लगातार नारा लगाते रहे कि राज्यपाल की सलाह का सम्मान करो. वहीं राज्पाल लाल जी टंडन ने कहा कि मैं सलाह देना चाहता हूं कि प्रदेश की जो स्थिति है उस पर अब अपना दायित्व संविधान और नियमों के साथ पालन हो. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये सरकार अल्पमत में है, पहले विश्वासमत हासिल करना होगा. कांग्रेस ने शिवराज के बयान पर हंगामा किया.
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री कलमनाथ ने कहा है कि हमारे कुछ विधायकों का अपहरण कर लिया गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र को मारने के लिए एक मॉडल की खोज की है. अपहरण, लालच, विधायकों का प्रबंधन और उन्हें पुलिस हिरासत में रखना, रिकॉर्ड करना और उनके वीडियो वायरल करना और फिर फ्लोर टेस्ट की मांग करना. ये सब हो रहा है.
बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने कहा है कि जो फ्लोर टेस्ट टालने की कोशिश हो रही है उससे सरकार नहीं बचेगी. राज्यपाल के आदेश की अवमानना नहीं होनी चाहिए. राज्यपाल के निर्देश के अनुसार उनके अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट होगा. अगर मुख्यमंत्री कमलनाथ में नैतिकता शेष है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
बीजेपी के विधायक कोरोना वायरस के बीच विधानसभा में मास्क लगाकर पहुंचे हैं.
मध्य प्रदेश विधानसभा के आज से शुरू होने वाले बजट सत्र में भारी गहमागहमी है. विधानसभा में भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात हैं. सदन सज गया है, लेकिन बहुमत परीक्षण होगा या नहीं इस पर अभी सस्पेंस बरकरार है.
बैकग्राउंड
Madhya Pradesh Live Updates: मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज है. आज विधानसभा का बजट सत्रा है. ऐसे में आज सदन में भारी गहमागहमी की आशंका है. कल आधी रात को मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल लालजी टंडने से मिले थे. इसके बाद कमलनाथ ने कहा कि फ्लोर टेस्ट का फैसला स्पीकर करेंगे. इधर बीजेपी के विधायक भी हरियाणा के गुरुग्राम से राजधानी भोपाल पहुंच गए हैं. मध्य प्रदेश की राजनीति से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ पर.
कमलनाथ सरकार कैसे बचा सकते हैं सरकार?
एमपी के सियासी उठापटक के बीच अब दो स्थितियां बन गई है. मध्य प्रदेश विधान सभा में कुल सीटें हैं 230, दो विधायकों के निधन की वजह से ये संख्या घटकर 228 रह गई है. कांग्रेस के 6 बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो चुका है. इसलिए सदन रह गया 222 सदस्यों का. इस लिहाज से बहुमत साबित करने के लिए 112 विधायकों के समर्थन की जरूरत है.
6 विधायकों को इस्तीफा मंजूर होने के बाद अभी कांग्रेस को पास 108 विधायक हैं यानि बहुमत से चार कम और बीजेपी के पास 107 विधायक हैं यानि बहुमत से 5 कम. ऐसे में किंग मेकर होंगे गैर बीजेपी गैर कांग्रेस विधायक. जिसमें दो बहुजन समाजवादी पार्टी, एक समाजवादी पार्टी और चार निर्दलीय हैं. अगर कमलनाथ सरकार बेंगलुरु में रुके 16 विधायकों का समर्थन हासिल कर लेती है तो निर्दलीय और एसपी, बीएसपी विधायकों के समर्थन के बाद सरकार बच सकती है.