जम्मू कश्मीरः LJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सराफ ने कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों के मकानों और जमीनों पर कब्जे को लेकर सनसनी खेज खुलासा किया है. उनका कहना है कि किसी भी आम मुसलमान नागरिक ने कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों के मकानों और जमीनों पर कब्जा नहीं जमाया है. संजय सराफ के अनुसार जिन कश्मीरी पंडितों के घर आज कश्मीर में नहीं हैं. उन घरों को खुद कश्मीरी पंडितों ने ही बेचा था. इसके साथ ही संजय का कहना है कि घाटी में नेताओं ने घरों पर जबरदस्ती कब्जा किया था.


कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी के दर्जनों कार्यकर्ताओं का LJP में शामिल होने के मौके पर प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था. श्रीनगर में इस प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए संजय सराफ ने कश्मीरी मुसलमानों को मामले में क्लीन चिट दे दी. बता दें कि संजय सराफ खुद एक कश्मीरी पंडित हैं.


हब्बा कदल से पूर्व नैशनल कांफ्रेंस की विधायक शमीमा फ़िरदौस पर संजय ने आरोप लगाते हुए कहा कि शमीमा ने कई पंडित मकानों को गिरा कर उस पर कब्जा किया था. उन्होंने श्रीनगर के बरबरशाह इलाके के मंदिर की जमीन के केस का हवाला देते हुए कहा की मंदिर के गैरकश्मीरी पुरोहित ने ही मंदिर की जमीन बेची और अब इस केस की जांच में कई और मंदिरों के बारे में भी जानकारी सामने आ रही है.


इसके साथ ही सराफ ने कश्मीरी नेताओं की गिरफ़्तारी का समर्थन करते हुए उन्हें जेल में ही रखने की बात कही. संजय ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से ईरान में कोरोना वायरस कि वजह से फंसे 1500 से ज्यादा छात्रों और अन्य लोगों को वापस लाने की मांग की है. सराफ के अनुसार केंद्र सरकार ने जिस तरह चीन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाया वैसे ही कश्मीरी छात्रों को भी वापस लाया जाए.


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