नई दिल्ली: पिछले दो महीनों में कोरोना मामलों में गिरावट के साथ कई राज्यों में सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स 30 जुलाई से खुल गए हैं. दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश कुछ ऐसे राज्य हैं जिन्होंने सिनेमा हॉल को सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ खोलने की अनुमति दी है. इसके साथ ही कर्मचारियों के टीकाकरण पर जोर दिया है.


इनमें से ज्यादातर राज्यों ने बैठने की क्षमता पर 50% की सीमा के साथ सिनेमाघर खोलने की इजाज दी है. 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 30 जुलाई से सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स खुले हैं. लेकिन तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने अभी तक सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स को फिर से खोलने की अनुमति नहीं दी है.  अप्रैल के बीच में पूरे भारत में कोरोना के मामले बढ़े, दूसरी लहर की शुरुआत में सबसे पहले सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स बंद करने के निर्देश दिए गए थे.


सर्वे करने वाले एजेंसी LocalCircles ने पिछले साल कई मौकों पर सर्वे किया और इसे सरकार के पास पहुंचा. पिछले साल सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स को अक्टूबर 2020 में कम क्षमता के साथ फिर से खोले गए थे, हालांकि, कोरोना के मामले कम होने बावजूद अधिकांश सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स में दिसंबर के बीच तक लोगों की संख्या कम रही.


ज्यादातक राज्यों में मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघर शुरू होने के साथ ही सबसे बड़ा सवाल है कि क्या लोग यहां फिल्म देखने आएंगे. कोरोना के डेल्टा  वेरिएंट का खतरा अभी भी बना हुआ है. क्या सिनेमा जाने वालों के जल्द ही आने की संभावना है? इसे समझने के लिए, लोकलसर्किल ने अगले 60 दिनों में लोगों के सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स में आने की संभावना पर एक सर्वेक्षण किया है.


सर्वेक्षण फिर निष्कर्षों की तुलना जून में किए गए इसी तरह के सर्वेक्षण के साथ करता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि पिछले महीने या उससे भी ज्यादा समय में लोगों की यात्रा करने की योजना बदल गई है या नहीं. सर्वेक्षण को भारत के 301 जिलों में रहने वाले नागरिकों से 10,711 प्रतिक्रियाएं मिलीं. इस सर्वे की तुलना पिछले महीने जून में किए गए सर्वे से आंकड़ों से भी किए गए. लोकल सर्किल में देश के 301 जिलों में रहने वाले 10,711 लोगों को शामिल किया गया. सर्वे में 63% उत्तरदाता पुरुष थे जबकि 37% उत्तरदाता महिलाएं थीं. 43% लोग टियर 1, 28% टियर 2 से थे और 29% उत्तरदाता टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे.


सिर्फ 10% लोगों ने ही कहा कि वे अगले 60 दिनों में फिल्म देखने जाएंगे
सर्वे में शामिल लोगों में सिर्फ 10% लोगों ने ही कहा कि वे अगले 60 दिनों में सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने जाएंगे. जवाब में सिर्फ 8% नागरिकों ने कहा कि वे एक से ज्यादा बार जाने की योजना बना रहे हैं. 2% ने कहा कि एक बार जाने की योजना बना रहे हैं. 67% नागरिकों के बहुमत ने कहा कि अगले 60 दिनों में सिनेमा हॉल/मल्टीप्लेक्स में जाने की उनकी कोई योजना नहीं है. 19% ने कहा कि वे "मल्टीप्लेक्स या सिनेमा हॉल में फिल्में नहीं देखते हैं. 4% ने कोई राय नहीं दी. कुल मिलाकर, केवल 10% नागरिक ही अगले 60 दिनों में सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने की योजना बना पाए.


पिछले महीने के मुकाबले मूली बढ़ोतरी हुई
जून 2021 में लोकलसर्किल की ओर से गए एक सर्वेक्षण में, केवल 8% नागरिकों ने कहा था कि उनकी फिल्म देखने के लिए सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स जाने की योजना है. अगले 60 दिनों में सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने की योजना बनाने वाले नागरिकों में जुलाई के महीने में इसमें 2% की बढ़ोतरी हुई है. यह 8% से बढ़कर 10% हो गया है. डेल्टा वेरिएंट की संक्रामक प्रकृति के बारे में जनता के बीच पर्याप्त जागरूकता है. इसके साथ ही लोगों को पता है कि वायरस इनडोर स्थानों में बहुत अधिक तेजी से फैल सकता है. भारत भर के अधिकांश सिनेमा हॉल में हवा निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है.


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