नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन का चौथा चरण आज से लागू हो गया है. इस सबके बीच दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली आने जाने वाले लोगों के बीच भारी असमंजस की स्थिति है. जो लोग रहते दिल्ली/एनसीआर में है और काम नोएडा में करते हैं उनको नोएडा आने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि नोएडा प्रशासन के आदेश के मुताबिक वही लोग नोएडा में आ सकते हैं जिनके पास प्रशासन से अनुमति या पास है. बाकी लोगों को नोएडा में आने की अनुमति नहीं है. इसी के चलते बड़ी संख्या में दिल्ली से नोएडा आने वाले लोगों को वापस भेजा गया.
दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाले रास्तों पर लगा जाम
लॉकडाउन 4 की शुरुआत होते ही दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाले डीएनडी पर लंबा जाम लग गया. लोग घंटों जाम में फंसे रहे. यह वह लोग थे जो रहते दिल्ली/ एनसीआर में है लेकिन काम नोएडा में करते हैं या नोएडा से किसी काम से दिल्ली एनसीआर में गए थे और अब वापस लौट रहे थे.
सरकार के आदेश के मुताबिक फैक्ट्रीज और इंडस्ट्रीज को खोला जा सकता है लेकिन वहां काम करने वाले स्टाफ की संख्या एक तिहाई से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए कई फैक्ट्री मालिकों और ऑफिसों ने अपने स्टाफ को काम पर बुला लिया.
इसमें बड़ी संख्या में वह लोग थे जो एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं. संस्था के आदेश के मुताबिक काम करने वाले अपने घरों से निकल लिए लेकिन जैसे ही वह नोएडा में दाखिल होने के लिए डीएनडी पर पहुंचे तो वहां पर पहले लंबा जाम मिला और बाद में उसमें से अधिकतर लोगों को वापस दिल्ली जाने को बोल दिया गया क्योंकि उनके पास नोएडा प्रशासन द्वारा जारी की गई अनुमति नहीं थी.
काम करने वाले दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों से नोएडा में दाखिल होते हैं
इसमें बहुत सारे ऐसे लोग थे जिनका यह कहना था कि अगर सरकार ने ऑफिसर और फैक्ट्री खोलने की अनुमति दी है तो आखिर यह प्रतिबंध क्यों? क्योंकि फैक्ट्री और कंपनियों के मालिकों ने अपने एक तिहाई स्टाफ को काम पर बुलाया है जिसमें यह लोग भी शामिल हैं ऐसे में अब यह क्या करें. क्योंकि यह तो घरों से निकल आए हैं लेकिन इन्हें नोएडा में दाखिल नहीं होने दिया जा रहा, यह कहते हुए कि बिना प्रशासन की अनुमति के नोएडा में दाखिल होना मुमकिन नहीं है. लोगों का बार-बार एक ही सवाल था तो आखिर यह असमंजस क्यों?
लॉकडाउन 2 के दौरान नोएडा प्रशासन ने जारी किया था आदेश, बिना अनुमति एंट्री नहीं
गौरतलब है नोएडा प्रशासन ने लॉक डाउन 2 के दौरान एक आदेश पारित कर कहा था कि एनसीआर में रहने वाले लोग नोएडा में दाखिल नहीं हो सकते, जब तक उनके पास प्रशासन के द्वारा दी गई अनुमति या पास ना हो. इनमें एमरजेंसी सर्विसेज से जुड़े हुए लोग भी शामिल थे. यहां तक कि उन डॉक्टर को भी नोएडा मे दाखिल होने की अनुमति नहीं थी जो कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं. नोएडा प्रशासन का वो आदेश आज भी लागू है जबकि लॉकडाउन 2 की तुलना में लॉक डाउन 4 में थोड़ी रियायत मिल चुकी है.
यूपी सरकार ने कहा गाइडलाइन जारी होने के बाद ही मिलेगी स्पष्टता
एबीपी न्यूज़ ने जब इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से सवाल पूछा तो उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना था कि फिलहाल अभी उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है लिहाजा लोगों को थोड़ा इंतजार करना होगा. दिनेश शर्मा ने कहा कि नोएडा दिल्ली को लेकर कोई भी पॉलिसी बनाई जाएगी तो उसमें दोनों राज्य सरकारों की भी सहभागिता होगी, उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ दिनों में इस पर स्पष्टता मिल जाएगी.
दिल्ली एनसीआर से नोएडा में आने वालों के बीच भारी असमंजस की स्थिति
इस सब के बीच अब वो लोग असमंजस में है जिन लोगों के ऑफिस और कंपनियां खुल गई हैं. क्योंकि ऑफिस और कंपनियों की तरफ से उनको तो काम पर बुलाया जा रहा है जबकि नोएडा प्रशासन उन को अंदर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है. नोएडा पुलिस का साफ तौर पर कहना है कि जब तक प्रशासन का कोई नया आदेश नहीं आता तब तक सिर्फ अनुमति वाले लोगों को ही नोएडा में दाखिल होने की इजाजत होगी.
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