कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के बीच चेन्नई में गरीबों की ऐसे मिटाई जा रही है भूख
लॉकडाउन के कारण पैदा हुई देश में स्थिति का मुकाबला करने का जज्बा जारी है.चेन्नई में जरूरत मंदों की मदद करने के लिए लोग अपने-अपने तौर पर आगे आए हैं.
लॉकडाउन की मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों की मदद करने के लिए हर कोई अपने-अपने तरीके से आगे आया है. सामाजिक संगठनों से लेकर आम जन मुसीबत की इस घड़ी में एक साथ उमड़ पड़े हैं. चेन्नई में ऐसी अनोखी पहल की तस्वीर सामने आने के बाद लोग प्रशंसा करने में जुट गए हैं.
चेन्नई में लॉकडाउन के बीच मदद को उमड़े हाथ
चेन्नई में त्रिलोक बाबू का ढाबा भूख मिटाने के लिए अनोखा काम कर रहा है. डोसा कॉर्नर के मालिक त्रिलोक बाबू मुफ्त में चावल, सांभर, रसम और अचार मुफ्त परोस रहे हैं. अपने पास आनेवाले जरूरत मंदों से कोई सवाल नहीं करते. त्रिलोक बाबू ऐसे हालात में दान के महत्व को समझते हुए आगे आए हैं. ऐसा नहीं है कि जरूरतमंदों की मदद सिर्फ त्रिलोक बाबू कर रहे हैं बल्कि गैर सरकारी संस्था फूड बैंक भी मुसीबत में फंसे लोगों का साथ दे रही है.
अलग-अलग तरह से मुसीबत में हो रही मदद
इस सिलसिले में संस्था की संस्थापक स्नेहा मोहनदास ने ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के साथ हाथ मिलाया है. फूड बैंक अपने वॉलेंटियर्स से सहयोग करने को कह रहा है जबकि ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन जनता से सूखे राशन मुहैया कराने की अपील की है. स्नेहा मोहनदास कहती हैं, "हमारे पास वॉलेंटियर्स का एक छोटा समूह है जो एक साथ जुड़े हुए हैं." बड़ी तादाद में लोगों का सड़कों पर निकलना मना है. इसलिए फूड बैंक दान में मिली रकम का इस्तेमाल सुरक्षा के उपकरण बनाने में कर रहा है. इससे हैंड सैनेटाइजर, मास्क, गलोव्स बनाकर लोगों को बांटे जाने की तैयारी है.
Picture of the DaY ❤️ Received a Bright Smile as soon as I gave her the meal box ❤️ #foodbank #COVIDkindness #21DaysChallenge pic.twitter.com/pNm8LxZCJG
— Sneha Mohandoss (@snehamohandoss) April 2, 2020