नई दिल्ली: कोविड-19 के मद्देनजर देश में जारी संपूर्ण लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल तक है. इस बीच न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि केंद्र सरकार इसे बढ़ाने की दिशा में सोच रही है. दरअसल, कई राज्य सरकारें और साथ ही विशेषज्ञ केंद्र सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वह लॉकडाउन का विस्तार करे. ऐसे में अब सरकार ने इस पर सोचना शुरू कर दिया है.
भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 4421 हो चुके हैं. वहीं अभी तक देश में 114 लोगों की मौत हो चुकी है. तीन राज्यों में पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा पांच सौ के पार है. अब तक देश के 31 राज्यों में कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. मंगलवार साढ़े तीन बजे तक त्रिपुरा, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामले हैं.
जाहिर है कि लॉकडाउन का फैसला इसलिए लिया गया ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके. लेकिन देश के कई राज्यों में इसके सैकड़ों मामले सामने आ चुके है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं. यहां कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 748 है. दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां 621 पॉजिटिव केस हैं. तीसरे नंबर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है. दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल 523 मामले हैं.
महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम और झारखंड जैसे राज्य ने लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए. वहीं सोमवार को मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि देश में लागू 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि में 14 अप्रैल के बाद विस्तार किया जाए क्योंकि लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए ये जरूरी है. तेलंगाना में कोरोना के 321 पॉजिटिव मामले हैं.
इसी तरह छत्तीसगढ़ के सीएम ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी और लॉकडाउन के बाद रेलवे, हवाई यात्रा और राज्यों के बीच सड़क मार्ग को शुरू करने को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने आशंका जताई कि अगर ये सब सेवाएं शुरू हुईं तो दूसरे राज्यों से कोरोना पॉजिटिव छत्तीसगढ़ आ सकते हैं. उन्होंने पीएम मोदी को सुझाव दिया कि इन सेवाओं को शुरू करने से पहले पूरी तरह से विचार करें. राज्य में कोविड 19 के दस मामले हैं.