21 दिन के लॉकडाउन के बाद रेलवे का फैसला, ट्रेन सेवाएं भी 14 अप्रैल तक रहेंगी बंद
कल रात 12 बजे से देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. इस दौरान रेल सेवाएं भी बंद रहेंगी. हालांकि मालगाड़ियां चलती रहेंगी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद देश भर में मंगलवार रात 12 बजे 21 दिनों के लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. वहीं अब रेलवे ने कहा है कि 14 अप्रैल तक रेल सेवाएं भी बंद रहेंगी. हालांकि देश भर में आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए मालगाड़ी चलती रहेगी.
रेलवे ने रविवार को घोषणा की थी कि 22 मार्च से 31 मार्च तक इसकी सभी यात्री सेवाएं बंद रहेंगी और सिर्फ मालगाड़ियां ही इस दौरान चलेंगी. इस निलंबन में सभी उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी शामिल हैं. इस बीच भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लोगों से कहा है कि वे ट्रेनों की ऑनलाइन बुक की गई टिकटों को रद्द न करें और उन्हें खुद ही पूरा पैसा मिल जाएगा.
भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से सभी यात्री सेवाओं को निलंबित करने के लिए बाध्य होने के बावजूद वह देश में आवश्यक वस्तुओं की बिना किसी रुकावट के आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है. रेलवे ने बताया कि 23 मार्च को अनाज, नमक, खाद्य तेल, चीनी, दूध, फल और सब्जियां, प्याज, कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों के 474 रैक तैयार किए गए.
रेलवे बोर्ड ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में योगदान के लिए अपनी सभी निर्माण इकाइयों को निर्देश जारी कर अस्पताल के सामान्य बेड, मेडिकल ट्रॉली और आईवी स्टैंड जैसी चीजों के निर्माण की संभावना का पता लगाने को कहा है.
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