नई दिल्ली: लॉकडाउन का तीसरा चरण देश भर में चल रहा है. लॉकडाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव रोज कमा कर खाने वालों पर पड़ा है. हजारों लोग पैदल ही अपने घर की ओर बढ़ रहें हैं. रास्ते में जिनको कोई सवारी मिल जाती है तो उस पर सवार हो जाते हैं.


राजधानी दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर पर मजदूरों की भीड़ जुटी हुई है. मजदूरों के पलायन के बीच मुजफ्फरनगर में कई मजदूर हादसे का शिकार हो चुके हैं. वहीं राजधानी दिल्ली में ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं जहां पर मजदूर ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर सफर करने को मजबूर हैं. मजदूरों का कहना है कि समाजिक दूरी देखें या घर जाएं. अगर कोई व्यवस्था कर दी जाएगी तो स्थिति सुधर जांए.


दिल्ली से प्रतापगढ़ जा रहे परिवार का कहना है कि प्रशासन बस चला दे या किसी तरह से कोई वाहन मुहैया करवा दे. उनका कहना है श्रमिक ट्रेनों के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं है और यात्री ट्रेनों के लिए पैसे नहीं है. वहीं प्राइवेट स्कूल में टीचर का काम करने वाली महिला बेरोजगार है. महिला का कहना है कि गांव में उसकी मां उसके इंतजार में हैं. ऐसी ही कुछ और मजदूर बिहार जाते हुए दिखे.


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