नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन के बीच किसी को भी अनावश्यक रूप से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई है. बाहर निकलने वालों पर पुलिस सख्ती कर रही है, लेकिन हैदराबाद में एक मां में अपने बेटे को घर लाने की इतनी ललक थी कि उन्होंने किसी भी सख्ती की परवाह नहीं की.


दरअसल तेलंगाना की रजिया बेगम नाम की महिला का बेटा आंध्र प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से फंस गया था, जिसे लाने के लिए रजिया ने 1400 किलोमीटर का सफर स्कूटी से तय किया. रजिया 6 अप्रैल को पुलिस की इजाजत लेकर अकेले ही स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए निकल गईं और लगातार स्कूटी चलाकर अगले दिन दोपहर नेल्लोर पहुंच गईं. फिर वहां से बेटे को लेकर वापस तेलंगाना लौटीं.


रजिया ने बताया कि इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा इस माहौल में एक महिला के लिए स्कूटी से इतना लंबा सफर तय करना आसान नहीं होता लेकिन बेटे को वापस घर लाने के जज्बे ने उन्हें हिम्मत दी और वह अपने बेटे को वापस घर ले आईं.


रजिया का बेटा निजामुद्दीन एमबीबीएस एंट्रेस के लिए कोचिंग ले रहा है. निजामुद्दीन 12 मार्च को अपने दोस्त को नेल्लोर छोड़ने गया था कुछ दिन वहीं रुका जिसके बाद लॉकडाउन की घोषणा हो गई. रजिया के पति की कई साल पहले ही मौत हो गई थी. निजामुद्दीन के अलावा रजिया का एक और बेटा है जिसे उन्होंने पुलिस के डर की वजह से नहीं भेजा. रजिया के इस कदम की हर तरफ सराहना हो रही है.


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