नई दिल्ली: देश में लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. ऐसे में अभी भी बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जिनके सामने दो वक्त के खाने की दिक्कत पेश आ रही है. क्योंकि रोजगार फिलहाल पूरी तरह से ठप हैं और कमाई का और कोई जरिया नहीं है. इस वजह से सरकार और प्रशासन द्वारा की जा रही मदद के भरोसे एक-एक दिन गुजार रहे हैं. लेकिन कई लोग ऐसे हैं जिनको सरकार और प्रशासन से भी पूरी मदद नहीं मिल पा रही और इस वजह से अब रह रह कर उनके आंसू छलक जाते हैं. ऐसे लोगों की बस एक ही मांग है कि कैसे भी हो बस दो वक्त का खाना मिल जाए.


राशन न मिल पाने के कारण लीलावती दर-दर भटकीं


नोएडा के सरफाबाद में रहने वाली लीलावती के आंसू लगातार बह रहे हैं. उनका कहना है कि उनके परिवार में उनके अलावा कोई नहीं है और वह भी मेहनत मजदूरी करके अपना पेट भर रही थीं, लेकिन जब से लॉक डाउन हुआ है उसके बाद से कामकाज पूरी तरह बंद हो गया है. अब खाने की दिक्कत भी पेश आने लगी है. लीलावती इस वजह से और ज्यादा दुखी हैं कि अब उनको भिखारियों की तरह लोगों से मांग कर खाना खाना पड़ रहा है. लीलावती का कहना है कि अगर काम करने की अनुमति मिल जाती तो यह दिन नहीं देखने को मिलते हैं इसके साथ ही अलग-अलग माध्यम से जो उनके पास तक खाना पहुंच रहा है उस खाने की गुणवत्ता पर भी सवाल उठा रही हैं. लीलावती का कहना है कि कई बार खाने की क्वालिटी इतनी खराब होती है की उसको जानवर भी ना खाएं लेकिन पेट भरने के लिए वह खाना भी खाना पड़ता है.


राशन न मिलने के कारण लग रहे दफ्तरों के चक्कर


इसी तरह से नोएडा के हरौला गांव में रहने वाले काजल और उनके भाई आदर्श भी राशन के लिए दर-दर भटके. काजल ने बताया कि उनके पिता ई रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे लेकिन लॉक डाउन की वजह से अब कामकाज पूरी तरह बंद हो गया है और इस वजह से आप पूरे परिवार के सामने खाने की दिक्कत पेश आने लगी है. राशन भी कम पड़ने लगा है और अगर मिल भी जाता है तो सूखा खाना कब तक खाया जा सकता है और इस वजह से काजल और उनके भाई की आंखों में आंसू आ रहे हैं.


एबीपी न्यूज़ की खबर के बाद जरूरतमंदों को मिली मदद


एबीपी न्यूज़ ने काजल और लीलावती की परेशानी बताई तो नोएडा प्रशासन, प्राधिकरण और विधायक पंकज सिंह ने इस पर संज्ञान लिया. जिसके बाद विधायक पंकज सिंह ने उनसे फोन पर बात की और काजल के परिवार को राशन मिल गया और अब फिलहाल पूरा परिवार इसी राशन के सहारे अपना दिन गुजार रहा है. लीलावती से फिलहाल संपर्क नहीं हो पाया है लेकिन नोएडा प्राधिकरण और विधायक पंकज सिंह भरोसा दिलाया है कि इनकी समस्या का भी समाधान किया जाएगा.


यह दर्द सिर्फ लीलावती और काजल के परिवार का नहीं बल्कि देश में हजारों लाखों ऐसे लोग हैं जिनका कामकाज पूरी तरह से बंद हो गया है. जिनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है उम्मीद बस यही की जानी चाहिए कि जिस तरह से एबीपी न्यूज़ द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद नोएडा प्राधिकरण और विधायक द्वारा इन लोगों को मदद मिली बाकी लोगों को भी उसी तरह मदद मिल जाए जिससे कि मुश्किल भरे दिन गुजार सकें.


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