नई दिल्ली: देश की चार लोकसभा और 10 उपचुनाव के आज नतीजों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. चार लोकसभा सीटों पर उपचुनाव में बीजेपी के खाते में सिर्फ एक सीट ही आई है. उपचुनाव की धुरी माने जा रही कैराना लोकसभा सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई. महाराष्ट्र में भी बीजेपी को भंडारा गोदिंया सीट गंवानी पड़ी, बीजेपी पालघर की सीट बचाने में कामयाब रही. नगालैंड में बीजेपी की सहयोगी पार्टी एनडीपीपी आगे है.


विधानसभा उपचुनाव में भी विपक्ष ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी है, बीजेपी को ज्यादातर जगह हार का सामना करना पड़ा है. विधानसभा की 10 सीटों में जेएमएम ने दो, कांग्रेस ने तीन तो वहीं बीजेपी, आरजेडी, सीपीएम, टीएमसी और एसपी ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की. इस उपचुनाव में विपक्षी एकता से बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है.  एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन नतीजों ने एक बार फिर विपक्ष को 2019 के लिए घेराबंदी करने की नई ऊर्जा दी है.


कैराना में कौन जीता: कैराना में महागठबंधन की उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को हराया. ये सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन की वजह से खाली हुई थी. मृगांका सिंह हुकुम सिंह की बेटी हैं. आरएलडी की तबस्सुम हसन को एसपी, बीएसपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का समर्थन हासिल था.


पालघर में कौन जीता: बीजेपी सांसद चिंतामण वनगा के निधन के कारण खाली हुई महाराष्ट्र के पालघर की सीट बीजेपी उपचुनाव में बचाने में कामयाब रही. पालघर में शिवसेना ने बीजेपी के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारा था. चिंतामण वनगा के बेटे के शिवसेना में शामिल हो जाने के बाद बीजेपी ने राजेंद्र गावित को उतारा. इस सीट पर कांग्रेस और एनसीपी ने साझा उम्मीदवार उतारा था.


भंडारा-गोंदिया में कौन जीता: महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया सीट बीजेपी के हाथ से निकल गई. यहां एनसीपी के मधुकर कुकडे ने जीत दर्ज की है. बीजेपी सांसद नाना पटोले साल की शुरुआत में इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गये थे, इस वजह से यह सीट खाली हुई थी. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी के हेमंत पटले और एनसीपी के मधुकर कुकडे के बीच है. कांग्रेस ने एनसीपी के साथ समझौते के तहत अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था.


नागालैंड: मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो के संसद से इस्तीफे के बाद नागालैंड की सीट खाली हुई थी. नागालैंड में बीजेपी की सहयोगी एनडीपीपी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री तोखेहो येपथेमी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस एनपीएफ उम्मीदवार सी अपोक जमीर को समर्थन किया. बता दें नेफ्यू रियो भी एनडीपीपी के ही नेता हैं.


विधानसभा उपचुनाव में क्या हुआ?
जोगीहाट (बिहार): महागठबंधन से अलग हुए नीतीश कुमार के हाथ से जोगीहाट की सीट निकल गई. यहां लालू यादव की पार्टी आरजेडी के उम्मीदवार शाहनवाज आलम ने जीत दर्ज की है. जीत के बाज तेजस्वी यादव ने कहा कि ये अवसरवाद पर लालूवाद की जीत है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार धनबल के बावजूद भी नहीं जीत पाए. यह सीट सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुई अररिया सीट पर सरफराज के सांसद बन जाने के बाद जोकीहाट सीट खाली हो गई थी.


गोमिया और गोमिया (झारखंड): झारखंड की गोमिया और सिल्ली विधानसभा सीटों से उपचुनाव का रिजल्ट राज्य में मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पक्ष में आया है. इससे पहले भी दोनों सीटें झामुमो के ही पास थीं. गोमिया में झामुमो की बबिता देवी ने आजसू के लंबोदर महतो को पराजित किया और भाजपा के माधवलाल सिंह तीसरे स्थान पर पिछड़ गये. वहीं सिल्ली में झामुमो की उम्मीदवार सीमा महतो ने आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो को पराजित कर यह सीट झामुमो के पास बरकरार रखी. दोनों सीटें विधायकों को अलग अलग मामले में सजा होने के कारण खाली हुई थीं.


चेंगन्नूर (केरल): मध्य केरल की सीट पर हुए उपचुनाव में सीपीएम उम्मीदवार साजी चेरियन ने कांग्रेस के डी.विजयकुमार को 20,956 वोटों से हराया. बीजेपी के पी.एस.श्रीधरन पिल्लई 35,270 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे. मध्य केरल में पड़ने वाली चेंगन्नूर विधानसभा सीट पर सीपीएम विधायक के के रामचंद्र के निधन की वजह से उपचुनाव हुआ. उनका इस साल जनवरी में बीमारी की वजह से निधन हो गया था.


पलूस कडेगांव (महाराष्ट्र): इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार विश्वजीत पतंगराव कदम ने निर्विरोध जीत दर्ज की. बीजेपी इस सीट पर संग्राम सिंह देशमुख को उतारा था लेकिन आखिरी समय पर उन्होंने नामांकन वापस ले लिया था। यह सीट विश्वजीत पतंगराव कदम के पिता पतंगराव कदम के निधन के निधन से खाली हुई थी.


नूरपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश की नूरपुर सीट भी बीजेपी के हाथ से फिसल गई. इस सीट पर यूएसपी उम्‍मीदवार ने 6 हजार से ज्‍यादा वोटों से जीत दर्ज की. यूपी के बिजनौर जिले की नूरपुर विधानसभा सीट विधायक लोकेन्द्र सिंह की 21 फरवरी को लखनऊ आते समय एक सड़क दुर्घटना में मौत होने से सीट खाली हुई है.


महेशतला (प.बंगाल): तृणमूल कांग्रेस के दुलाल दास ने बंगाल में महेशतला विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के सुजीत कुमार घोष को 62,827 मतों से हराया. दुलास दास की पत्नी और विधायक कस्तूरी दास के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव कराया गया. बीजेपी ने सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक सुजीत घोष और वाम मोर्चे ने एक स्थानीय नागरिक प्रभात चौधरी को टिकट दिया था.


थराली (उत्तराखंड): चमोली जिले की थराली विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. बीजेपी उम्मीदवार मुन्नी देवी शाह ने कांग्रेस के डॉक्टर जीतराम शाह को 1900 से ज्यादा वोटों से मात दी. इस जीत के साथ बीजेपी की विधानसभा में संख्या 57 हो गई है. बीजेपी विधायक मगनलाल शाह की फरवरी में बीमारी के चलते मौत हो जाने के चलते थराली सीट पर उपचुनाव हुआ.


शाहकोट पंजाब: पंजाब की शाहकोट सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस के लाडी शेरोवालिया ने 38000 वोटों से शिरोमणि अकाली दल के नायब सिंह कोहाड़ को मात दी. इस जीत के बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि ये कांग्रेस के थप्पड़ की गूंज है. शिरोमणि अकाली दल के विधायक अजीत सिंह कोहाड़ की मृत्यु के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ.


अंपाती (मेघालय): अंपाती विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मियानी डी शिरा ने बीजेपी समर्थित नेशनल पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार को हराया. इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांगेस और बीजेपी समर्थित नेशनल पीपुल्स पार्टी के बीच ही था. मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के इस सीट को छोड़ने के कारण यहां उपचुनाव कराये गए.


कर्नाटक की राजराजेश्वरी नगर सीट भी बीजेपी हारी
कर्नाटक की आरआर नगर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुनिरत्‍न ने जीत दर्ज की है. कर्नाटक में 12 मई को वोट डाले गए थे लेकिन आरआरनगर में एक फ्लैट से क़रीब 10,000 असली वोटर कार्ड मिलने के बाद चुनाव रद्द कर दिया गया था. यहां भी 28 मई को दोबारा वोटिंग कराई गई.


इस सीट पर कांग्रेस और जेडीएस दोनों आमने सामने थीं. गठबंधन की घोषणा होने के बाद इस बात की चर्चा थी कि इस सीट से कौन पीछे हटेगा. कांग्रेस और जेडीएस दोनों एक दूसरे को कदम पीछे लेने के लिए कहते रहे, लेकिन आखिर तक कोई नहीं हटा. यहां बीजेपी समेत तीनों पार्टियां मैदान में थीं.