महागठबंधन तो दूर 'AAP' को गठबंधन तक नहीं है मंजूर
आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में साफ तौर पर कहा कि पार्टी किसी के साथ भी गठबंधन नहीं करने जा रही और न ही किसी महागठबंधन में शामिल होने जा रही है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी का सामना करने के लिए विपक्ष महागठबंधन बनाने की तैयारी कर रहा है. लेकिन महागठबंधन को आज एक और बड़ा झटका लगा है. आम आदमी पार्टी की तरफ से साफ कर दिया गया है कि वह किसी भी महागठबंधन में शामिल नहीं होगी और न ही किसी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी. आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में साफ तौर पर कहा कि पार्टी किसी के साथ भी गठबंधन नहीं करने जा रही और न ही किसी महागठबंधन में शामिल होने जा रही है.
आम आदमी पार्टी दिल्ली, गोवा हरियाणा और पंजाब में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. संजय सिंह की बात पर अगर हम गौर करें तो फिर आगामी लोकसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी इन चार राज्यों की कुल 33 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. जिनमें दिल्ली की 7 सीटें, पंजाब की 13 सीटें, हरियाणा की 10 सीटें, गोवा की 2 सीटें और चंडीगढ़ की एक सीट शामिल है.
संजय सिंह के इस बयान के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच होने वाले संभावित गठबंधन पर फिलहाल विराम लगता दिख रहा है. हालांकि इस चर्चा को बल तब और मिला था जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी किसान मोर्चा के दिल्ली मार्च के दौरान एक ही मंच पर नजर आए थे. आम आदमी पार्टी का ये रुख निश्चित तौर पर 2019 के चुनावों के लिए तैयार होने वाले महागठबंधन के लिए बड़ा झटका है. क्योंकि 2019 के आम चुनाव से पहले विपक्षी दल इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि बीजेपी के खिलाफ एक ऐसा मोर्चा तैयार किया जा सके जिसके जरिए मोदी को टक्कर दी जा सके. दिल्ली विधानसभा में मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ हुई बदसलूकी, कहा- मेरी पगड़ी उछाली गईहालांकि विपक्षी पार्टियों के बीच मतभेद अलग-अलग रूप में सामने आ रहा है. किसी भी तरह के संभावित महागठबंधन को लेकर कई तरह के सवाल हैं. अब जबकि लोकसभा चुनावों में 100 दिन से भी कम का वक्त बचा है, इस तरह के सवाल किसी भी तरह के महागठबंधन के अस्तित्व पर ही कई सवाल खड़े कर देते हैं.
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