नई दिल्लीः 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शहीद आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं. भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया है.
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा है, ''मैंने हेमंत करकरे को कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा और उसे आतंकियों ने मार डाला.'' जिस समय मुंबई में आतंकी हमला हुआ था उस समय हेमंत करकरे मुंबई एटीएस के चीफ पद पर तैनात थे.
हमले में शामिल आतंकियों का पीछा करते हुए हेमंत करकरे मुंबई में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए थे. करकरे मालेगांव बम धमाके की भी जांच कर रहे थे. इस धमाके में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी नाम आया था.
कौन हैं हेमंत करकरे?
- 26/11 आतंकी हमले में शहीद तत्कालीन एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे का जन्म 12 दिसंबर 1954 में हुआ था.
- 1975 में विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नागपुर से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की.
- 1982 में वो आईपीएस अधिकारी बने. महाराष्ट्र के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर के बाद इन्हें ATS प्रमुख बनाया गया था.
- वह भारत की खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारी के रूप में भी काम कर चुके थे.
- नक्सल प्रभावित इलाकों में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी थी.
- सरकार ने उनकी तैनाती नॉरकोटिक्स विभाग में की. जिसके बाद विदेशी ड्रग्स माफिया को मार गिराया था.
- 8 सितंबर 2006 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए सीरियल ब्लास्ट की जांच इन्हें सौंपी गई थी.
- जांच के दौरान उनपर आरोपियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा.
- उन पर आरोप लगा कि साध्वी प्रज्ञा सहित कई आरोपियों को एक साजिश के तहत फंसाया.
- 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के दौरान वह शहीद हुए.
- गोली लगने के बाद भी उन्होंने आतंकी अजमल कसाब को जिंदा धर दबोचा.
- 26 नवंबर 2009 में भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया.
साध्वी प्रज्ञा ने पूर्व ATS चीफ हेमंत करकरे को लेकर दिया विवादित बयान, देखिए