नई दिल्ली: 2019 में देश की जनता प्रधानमंत्री चुनने के लिए अपना कीमती वोट देगी. पिछले आम चुनाव में देश में बीजेपी की लहर थी जिसपर सवार होकर नरेंद्र मोदी गुजरात से होते हुए वाराणसी और फिर दिल्ली में प्रधानमंत्री की गद्दी तक पहुंचे. सियासी गलियारे में ये कहावत है कि दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने के लिए यूपी का सफर तय करना पड़ता है. इसलिए यूपी पर सबकी नजर है, चाहे वो बीजेपी हो या कांग्रेस.


अब जब देश में चुनावी माहौल अपने चरम पर है ऐसे में एबीपी न्यूज़-सी वोटर ने सर्वे करते हुए जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है. अगर अभी लोकसभा चुनाव हुए तो यूपी, बिहार, बंगाल, ओडिशा, उत्तर-पूर्व राज्य, मध्य भारत और महाराष्ट्र किसे कितनी सीट मिलेंगी इसके आकलन की कोशिश की गई है.


इस सर्वे से जुड़ी बड़ी बातें


- यूपी में महागठबंधन बना तो देश में किसी भी पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं मिलेगा.


- यूपी में महागठबंधन नहीं बना तो एनडीए को बहुमत मिल सकता है. यानि महागठबंधन नहीं बनने पर फिर से मोदी सरकार आएगी.


- महागठबंधन नहीं बनने पर भी एनडीए को 45 सीट का नुकसान होगा.


-एनडीए के लिए दक्षिण भारत अब भी रोड़ा बना रहेगा.  दक्षिण भारत की 129 सीटों में एनडीए को 15 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2014 के मुकाबले दो कम है. यूपीए को बंपर 80 सीटें मिल सकती है. अन्य की झोली में 34 सीटें जा सकती हैं.


-बिहार में एनडीए मजबूती के साथ वापसी करेगा, 40 में से 35 सीटें जीत सकता है.


-महाराष्ट्र में एनएडी के लिए मुश्किल खड़ी कर रहा है. महाराष्ट्र में यूपीए शानदार प्रदर्शन करती दिख रही है. 41 सीटें जीतने वाला एनडीए इस बार 18 सीटें पर सिमट जाएगा, जबकि यूपीए को 30 सीटें मिल सकती है


-गुजरात में मोदी का जलवा बरकार रहेगा


-मध्य भारत (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़) में एनडीए की 2014 के मुकाबले 15 सीटें कम होंगी.


-ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीए अपनी सीटों में इजाफा करता दिख रहा है. बंगाल में ‘दीदी’ का जादू बरकार है. नवीन पटनायक को पटखनी मिलेगी.


-पूर्वोत्तर से बीजेपी के लिए अच्छी खबर है. पूर्वोत्तर के 24 में 18 सीटों पर एनडीए को जीत मिल सकती है.


-फाइनल आंकड़ों की बात करें तो अगर यूपी में महागठबंधन बना तो कुल सीट 543 सीटों में एनडीए को 247, यूपीए को 171 और अन्य को 125 सीटों मिलेंगी. वहीं दूसरी तरफ अगर यूपी में महागठबंधन नहीं बना तो कुल सीट 543 सीटों में एनडीए को 291, यूपीए को 171 और अन्य को 81 सीटों मिलेंगी. इसका मतलब यह हुआ कि महागठबंधन नहीं बना तो पूर्ण बहुमत के साथ मोदी सरकार का फिर से आना तय है.