Delhi Ordinance Row: बिहार के पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक होने जा रही है. ऐसे में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं से अपील की है कि बिहार में होने वाली बैठक में दिल्ली अध्यादेश को मानसून सत्र के दौरान संसद में गिराने के मसले पर सबसे पहले चर्चा की जाए. अब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस अध्यादेश को लेकर कहा कि पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल ने लगभग सारे विपक्षी नेताओं से मुलाकात की और सभी ने एकजुट होकर इस अध्यादेश के मुद्दे पर हमें समर्थन दिया है.
आप नेता संजय सिंह ने कहा, ''ये कोई सामान्य मुद्दा नहीं है. इसमें दिल्ली की 2 करोड़ जनता का अधिकार छीना गया है. भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को पलटा गया है. चर्चा के बाद सार्थक परिणाम 23 जून की बैठक में निकलकर आएंगे.'' शरद पवार के बीजेपी को लेकर दिए गए बयान के बाद संजय सिंह ने कहा, ''जो पार्टी आठ दिन में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को पलट सकती है, चुनी हुई सरकारों को गिरा सकती है. वह निश्चित तौर पर संविधान बदल सकती है. 2024 में अगर बीजेपी जीत गई तो शायद यहां पर कभी चुनाव ही ना हो और संविधान ही बदल दिया जाए.''
कांग्रेस के समर्थन को लेकर कही ये बात
वहीं कांग्रेस के समर्थन को लेकर आप सांसद ने कहा, ''अरुणाचल में कांग्रेस की सरकार गिर गई तो हमने साथ दिया. उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार गिराई गयी तो भी हमने साथ दिया. बाकी जगहों पर भी जब कांग्रेस की सरकार गिराई गयी तो हमने साथ दिया. जब भी कोई राष्ट्रीय मुद्दा होता है या अंतरराष्ट्रीय मुद्दा होता है तो उसमें व्यापक सोच रखनी होती है. जब तीनों काले क़ानून आए तो हमने सबका साथ दिया. जब राष्ट्रपति के चुनाव में कांग्रेस ने अपना कैंडिडेट उतारा तो हमने कांग्रेस को समर्थन दिया. अब जब देश के लोकतंत्र और संघीय ढांचे को बचाने की ज़रूरत है तो सभी को साथ देने की ज़रूरत है.''
मणिपुर हिंसा को लेकर सर्वदलीय बैठक पर ये बोले
बीजेपी पर हमला बोलते हुए आप सांसद ने कहा, ''इस मीटिंग से सबसे ज़्यादा बीजेपी बौखलाई हुई है. उनके पेट में दर्द है इसलिए विपक्षी एकता पर सवाल उठा रहे हैं. मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक बुलाये जाने पर उन्होंने कहा कि बहुत देर कर दी आते-आते. मणिपुर जल गया बर्बाद हो गया और गृह मंत्री अब जाग रहे है. गृह मंत्री को पूरे देश में घूमने की फुरसत है..., हमारे प्रधानमंत्री देश छोड़कर विदेश घूमने गए हैं. सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे या नहीं यह तो खैर पार्टी तय करेगी, लेकिन मणिपुर की हिंसा के लिए सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी ज़िम्मेदार है.''
यह भी पढ़ें:-