Asaduddin Owaisi Attacked Congress and NCP: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार (19 फरवरी) को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर एक बार फिर हमला बोला. उन्होंने दोनों पार्टियों के धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाते हुए इन्हें मुसलमानों से वोट मांगते समय बाबरी मस्जिद का नाम लेने की चुनौती भी दी.
महाराष्ट्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को 6 दिसंबर 1992 को कभी नहीं भूलना चाहिए. उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि बाबरी मस्जिद अब भी मौजूद है और रहेगी. मुसलमानों को बाबरी को उसी तरह याद रखना चाहिए जैसे यहूदी नरसंहार को याद करते हैं. हिटलर ने 60 लाख यहूदियों को मार दिया था. यहूदी हर साल होलोकॉस्ट को याद रखते हैं, तो भारत के मुसलमानों को 6 दिसंबर को याद रखना पड़ेगा. अगर तुम 6 दिसंबर को भूल जाओगे तो तुम्हारी जिंदगी में फिर 6 दिसंबर हो सकता है.
लोगों से कहा, कांग्रेस और एनसीपी से पूछना ये सवाल
एआईएमआईएम अध्यक्ष आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में जनसभाएं कर रहे हैं. उन्होंने एक जनसभा में कहा कि ये जो कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसे तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल हैं, जब ये वोट मांगने आएं तो इनसे एक ही सवाल पूछना कि क्या तुम अपनी जुबान से बाबरी मस्जिद बोल सकते हो या नहीं?
मुसलमान विरोधी नहीं थे शिवाजी महाराज
ओवैसी ने अपने भाषण में आरएसएस और बीजेपी पर भी हमला बोला. उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज मुस्लिम विरोधी नहीं थे, लेकिन संघ उन्हें इस्लाम विरोधी के रूप में पेश करता है.
सियासी उठापटक पर भी ओवैसी ने उठाए सवाल
ओवैसी ने कांग्रेस के लिए कहा कि अशोक चव्हाण ने बीजेपी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी. मैंने सुना है कि कमल नाथ भी ऐसा कर सकते हैं. एआईएमआईएम को एक समय बीजेपी की बी टीम कहा जाता था. अब मुझे बताएं कि आरएसएस की असली टीम कौन सी है? बीजेपी की असली टीम कौन सी है? उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर भी निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि मैंने सुना है कि अजित पवार अपनी पत्नी को अपनी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ मैदान में उतार रहे हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में ये क्या हो रहा है?
ये भी पढ़ें