Electoral Bonds: 'अगर कांग्रेस के होते 303 सांसद तो...' इलेक्टोरल बॉन्ड पर अमित शाह ने यूं किया हमला
Electoral Bonds Row: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं किसी भी मंच पर किसी से भी चर्चा करने को तैयार हूं कि इलेक्टोरल बॉन्ड भारतीय राजनीति में से काला धन समाप्त करने के लिए लाया गया था.
Amit Shah on Electoral Bonds: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा क इसे भारतीय राजनीति से काले धन का वर्चस्व समाप्त करने के लिए लाया गया था. इसमें गलत कुछ भी नहीं था. उन्होंने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों को भी जमकर घेरा.
इंडिया टुडे ग्रुप के कॉन्क्लेव में अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो फैसला देता है, उसे सबको मानना पड़ता है. इस पर अभी सोमवार को और सुनवाई होनी है. मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, लेकिन मैं किसी भी मंच पर किसी भी व्यक्ति से चर्चा करने को तैयार हूं कि इलेक्टोरल बॉन्ड भारतीय राजनीति में से काला धन समाप्त करने के लिए लाया गया था.
'क्या कैश में चंदा देने वालों का नाम जाहिर हुआ है'
अमित शाह ने आगे कहा, "कोई मुझे समझा दे कि बॉन्ड से पहले चंदा किस तरह आता था, कैसे आता था. पहले कैश से चंदा आता था, जिसकी जानकारी कभी मिल नहीं पाती थी, लेकिन बॉन्ड में कोई भी अपनी कंपनी का एक चेक आरबीआई को देकर इसे खरीदता था, पर इसमें गोपनीयता का सवाल आ गया, लेकिन पहले जो कैश में चंदा देते थे, क्या कभी उनका नाम जाहिर हुआ है. इसका जवाब मुझे चाहिए."
सांसद और सदस्यों की तुलना में ज्यादा नहीं बीजेपी का चंदा
अमित शाह ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर विपक्ष के हमलों को लेकर कहा कि अब एक ये परसेप्शन चलाया जा रहा है कि इससे बीजेपी को बहुत फायदा हुआ है. अब राहुल गांधी ने तो स्टेटमेंट दे दिया है कि दुनिया में सबसे बड़ी उगाही का जरिया इलेक्टोरल बॉन्ड है. पता नहीं इनको कौन ये सब लिखकर देता है. उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी को कुल 6 हजार करोड़ रुपये का बॉन्ड मिला है, बाकी का कहां गया है. विपक्ष को भी अलग-अलग राशि मिली है. अब अगर 13 राज्यों में और 303 सांसद, 11 करोड़ सदस्यों वाली पार्टी यानी बीजेपी का योग मिला लें तो यह ज्यादा नहीं है.
सीट के हिसाब से बताया किस पार्टी को सबसे ज्यादा चंदा मिलता
अमित शाह ने बॉन्ड को लेकर हिसाब बताते हुए विपक्ष को घेरने की भी कोशिश की. उन्होंने कहा कि मानो कांग्रेस में अभी 35 सांसद हैं. अगर इनके 300 से ऊपर होते तो इनका क्या होता. इसी हिसाब से टीएमसी को 20 हजार करोड़ के बॉन्ड मिल गए होते. बीआरएस को 40 हजार करोड़ के बॉन्ड मिले होते और कांग्रेस को 9 हजार करोड़ के बॉन्ड मिलते. हमारे पास इतने सांसद होने के बाद भी 6 हजार करोड़ रुपये के बॉन्ड मिले हैं. मैं दावे से कह रहा हूं कि जब हिसाब खुलेगा तो इनमें से कोई सामना नहीं कर पाएगा.
केस वाली कंपनियों और चंदे पर दिया ये जवाब
अममित शाह से जब पूछा गया कि बॉन्ड की डिटेल में पता चला है कि जिन कंपनियों ने चंदा दिया है, उन पर ईडी और सीबीआई के केस चल रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि पहले भी तो बड़ी कंपनियां चंदा देती होंगी, लेकिन आज तक किसी का नाम नहीं आय़ा है. अब जब कैश से चंदा लिया जाएगा तो गोपनीय रहेगा.
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