Annamalai On Jayalalitha: तमिलनाडु भाजपा नेता के अन्नामलाई ने हाल में ही कहा था कि दिवंगत अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जे जयललिता एक बहुत बेहतर हिंदुत्व नेता थी. उनके इस बयान पर अब वीके शशिकला और अन्नाद्रमुक नेता डी जयकुमार ने तीखी आलोचना की है.
हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ' "जब जयललिता जी जीवित थीं, तो वह तमिलनाडु में किसी भी अन्य की तुलना में हिंदुत्व की कहीं बेहतर नेता थी.'
अन्नामलाई ने इंटरव्यू में कही थी ये बात
पीटीआई को दिए अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ' जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक की हिंदुत्व विचारधारा में भटकाव हो गया है. अब इस जगह को भरने की गुंजाइश है.' उन्होंने आगे कहा, 'जब जयललिता जीवित थीं, तो वो राज्य में किसी भी अन्य नेता की तुलना में कहीं बेहतर हिंदुत्व नेता थीं.'
जयललिता को लेकर उन्होंने कहा, बीजेपी के अलावा जयललिता देश की पहली राजनेता थीं, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे का समर्थन किया था . इसके अलावा वो 2002-03 में तमिलनाडु में धर्मांतरण विरोधी कानून लेकर आई थी.
वीके शशिकला ने किया पलटवार
जयललिता की करीबी सहयोगी वीके शशिकला ने अन्नामलाई के बयान पर कहा, 'अन्नामलाई के द्वारा जयललिता के बारे में की गई टिप्पणियां उनकी अज्ञानता और गलतफहमी को दिखाता है. उन्होंने कहा, 'जयललिता जैसा जनता कभी भी संकीर्ण दायरे में नहीं रह सकता है. उन्होंने हमेशा ही अन्ना और एमजीआर के दिखाए रास्ते पर चली है. वो हिंदू, ईसाई, मुस्लिम आदि - के लिए प्रतिष्ठित नेता थीं. अम्मा के महान नेता थी, जिन्होंने जाति और धार्मिक बाधाओं को तोड़ दिया था. उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम किया था.
उन्होंने आगे कहा, इस बात को सभी जानते हैं कि उन्हें भगवान में विश्वास था, लेकिन उन्हें केवल एक ही धर्म में विश्वास नहीं था. उन्होंने सभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया है.
अन्नाद्रमुक नेता डी जयकुमार ने भी साधा निशाना
अन्नाद्रमुक नेता डी जयकुमार ने भी अन्नामलाई पर निशाना साधते हुए कहा, 'जब बाबरी मस्जिद ढहाई गई थी, तो देशभर के कई राज्यों में हिंसक घटनाएं हुईं थी. तब अम्मा ने ही ये सुनिश्चित किया था कि तमिलनाडु में हिंसा ना हो.