Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तैयरियों के बीच मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता रामकिशोर शुक्ला के बयान से बड़ी राजनीतिक बहस छिड़ गई है. उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक रणनीति के तहत राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें कांग्रेस पार्टी में भेजा गया था. बीजेपी नेता रामकिशोर शुक्ला उर्फ भैया जी ने कांग्रेस के टिकट पर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा और कुछ दिन बाद फिर बीजेपी में वापस लौट आए.


'RSS नेता के कहने पर कांग्रेस में गया' 


द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार (10 अप्रैल) को रामकिशोर शुक्ला ने कहा, “मैं विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में चला गया. कांग्रेस के टिकट पर महू से चुनाव लड़ा और हार गया. यह सब एक चुनावी रणनीति के तहत किया गया था और मैंने पिछले साल अक्टूबर में एक वरिष्ठ आरएसएस नेता के निर्देश पर ऐसा किया.


रामकिशोर शुक्ला ने दावा किया, "कांग्रेस में जाने की असली वजह बीजपी उम्मीदवार उषा ठाकुर की कमजोर स्थिति थी. उनका पार्टी के अंदर बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था. पूर्व कांग्रेस विधायक अनंत सिंह दरबार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे और इन सभी समीकरणों को देखते हुए मैं खुद का बलिदान देने के लिए तैयार हो गया." जब रामकिशोर शुक्ला से उस आरएसएस नेता का नाम पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के इंदौर विभाग के संगठन मंत्री अभिषेक उडेनिया ने उन्हें कांग्रेस में भेजा था.


विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर लड़े चुनाव


पिछले साल हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में महू सीट से रामकिशोर शुक्ला के चुनावी मैदान में उतरने से यहां लड़ाई त्रिकोणीय हो गई थी, लेकिन वे 29 हजार 144 वोटों के साथ तीसरे स्थान रहे. महू सीट पर बीजेपी उम्मीदवार उषा बाबू सिंह ठाकुर ने जीत दर्ज की, उन्हें एक लाख दो हजार 989 वोट मिले. वहीं इस सीट से कांग्रेस के बागी अंतर सिंह दरबार ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था वे 68 हजार 597 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. अंतर सिंह दरबार पिछले महीने बीजेपी में शामिल हुए.


महू से बीजेपी विधायक उषा बाबू सिंह ठाकुर ने रामकिशोर शुक्ला के दावों को निराधार बताया. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, पार्टी छोड़ने से पहले वे मुझसे मिले थे. उस समय वे बहुत दुखी हुए और रोये भी. उन्होंने मुझसे कहा कि वह पिछले 20 साल से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन पार्टी ने उनका कोई ख्याल नहीं रखा, इसलिए वह कांग्रेस में जा रहे हैं.''


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