Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) अलर्ट है और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए तैयार है. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार (29 मार्च) को श्रीनगर में कहा कि जब बर्फ पिघलती है और जब चुनाव जैसा महत्वपूर्ण आयोजन होता है तो जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से घुसपैठ की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि हालांकि सुरक्षा बल चौंकन्ना है और ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने में सक्षम है.
हम एरिया डोमिनेशन एक्सरसाइज कर रहे हैं- BSF आईजी
बीएसएफ के महानिरीक्षक (कश्मीर फ्रंटियर) अशोक यादव ने कहा, ''एलओसी पर सेना के साथ बीएसएफ तैनात है. चुनाव एक महत्वपूर्ण समय है और हम घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं. हम एरिया डोमिनेशन एक्सरसाइज कर रहे हैं.''
अशोक यादव ने कहा कि सीमा पार से घुसपैठ की आशंका हमेशा बनी रहती है लेकिन जब चुनाव जैसा कोई महत्वपूर्ण इवेंट हो तो इसकी संभावना ज्यादा होती है. उन्होंने कहा, ''इसलिए बीएसएफ और सेना सतर्क हैं और ऐसे प्रयासों को विफल करने के लिए तैयार हैं.''
बर्फ पिघलने से भी बढ़ जाती है घुसपैठ की आशंका- बीएसएफ अधिकारी
बीएसएफ आईजी ने कहा कि सिर्फ महत्वपूर्ण घटनाएं ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर बर्फ पिघलने से भी अप्रैल और मई के दौरान घुसपैठ की आशंका बढ़ जाती है. उन्होंने कहा, ''हमने उन क्षेत्रों पर नजर रखने लिए योजनाएं बनाई हैं. हमने मैप बनाए हैं और फोर्सेज उसके अनुसार एरिया डोमिनेशन एक्सरसाइज करेंगी.''
'कश्मीर के अंदरूनी इलाकों तैनात हैं बीएसएफ की 65 कंपनियां'
बीएसएफ आईजी ने कहा कि सुरक्षा ग्रिड को मजबूत बनाने के लिए बीएसएफ की करीब 65 कंपनियां जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में तैनात हैं. उन्होंने कहा, ''बीएसएफ की करीब 65 कंपनियां उत्तर, दक्षिण और मध्य कश्मीर रेंज में तैनात हैं और सुरक्षा ग्रिड को मजबूत बना रही हैं और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एरिया डोमिनेशन एक्सरसाइज कर रही हैं. सुचारू चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हमें जो भी करना होगा, हम करेंगे.''
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में मतदान होगा और मतगणना 4 जून को शुरू होगी. जम्मू-कश्मीर में पांचवें चरण के दौरान 20 मई को मतदान होगा.