Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की जोर-शोर से चल रही तैयारियों के बीच विपक्षी गठबंधन इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल सीट शेयरिंग को लेकर है. इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति (Alliance Committee) ने सीट शेयरिंग को लेकर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुरुवार (4 जनवरी) को रिपोर्ट सौंप दी.


इस समिति के संयोजक मुकुल वासनिक ने कहा कि अब घटक दलों से चर्चा होगी. कमेटी में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, मोहन प्रकाश और सलमान खुर्शीद सदस्य हैं. वासनिक ने कहा, ''कमेटी ने विभिन्न राज्यों के नेताओं के साथ गठबंधन को लेकर बात की. हमने ब्यौरा दे दिया. अब जल्द ही गठबंधन में शामिल दलों के साथ चर्चा करने जा रहे हैं. दूसरे दल जैसे तैयार होंगे वैसे ही हमारी चर्चा शुरू होगी. राज्यवार चर्चा होगी.'' 


उन्होंने आगे कहा कि हमारा मकसद गठबंधन इंडिया की सरकार बनाना है. हम सीट शेयरिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति ने दस प्रदेशों में विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) में शामिल दलों से गठबंधन करने को कहा है. ये प्रदेश यूपी, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर और केरल हैं. 


कांग्रेस कितनी सीटें चाहता है?
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 15 से 20 सीटें चाहता है. वहीं महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से पार्टी की मांग 16 से 20 सीटों पर लड़ने की है. बिहार की 40 सीटों में से कांग्रेस 6 से 8 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरना चाहती है. साथ ही पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में 6 से 10 सीटें कांग्रेस चुनाव लड़ने के लिए चाहती है. पार्टी झारखंड की 14 सीटों में 7 सीटों की मांग कर रहा है. 


कांग्रेस दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 3 सीटें चाहता है. वहीं पंजाब की बात करें तो यहां की 13 सीटों में 6 पर वो चुनावी मैदान में उतरना चाहता है. हालांकि पंजाब का मामला काफी पेचीदा दिख रहा है. इसके अलावा कांग्रेस तमिलनाडु में 8, केरल में 16 और जम्मू कश्मीर में 2 सीटें चाहता है. 


दरअसल, ये ऐसे समय सामने आ रहा है जब दिल्ली गुरुवार (4 जनवरी) को ही कांग्रेस की लोकसभा चुनाव को लेकर मीटिंग हुई. इसके अलावा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी आज ही कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी की मंशा सामने आ गईं. ये कह रहे हैं कि कांग्रेस को 2 सीटें देंगे. हमे नया क्या दे रहे हैं.




विपक्षी गठबंधन इंडिया के सामने क्या सवाल है?
विपक्षी गठबंधन इंडिया में सामने कई दलों की सीट शेयरिंग को लेकर तकरार आए दिन सामने आ रही है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी पर हमला करते हुए कहा, ''ममता बनर्जी का असली मकसद सबको पता चल गया. ये कह रहे हैं कि दो सीटें देंगे. ये दोनों सीटें हम ममता बनर्जी और बीजेपी को हराकर जीते थे. ऐसे में नया क्या मिल रहा है. कांग्रेस अपने दम पर इन दो सीटों पर लड़ेगी. इससे ज्यादा सीटों पर हम लड़ने का दम रखते हैं. वो (ममता बनर्जी) गठबंधन की राजनीति नहीं करेंगी क्योंकि इससे पीएम मोदी को गुस्सा आ जाता है. 






हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा था कि कांग्रेस को सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा शून्य से शुरू करनी होगी. इसको लेकर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा था कि हम महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है. 


साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने कांग्रेस पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि दिल्ली और पंजाब में मां अपने बच्चे को सबसे छोटी कहानी सुना सकती है. ये कहानी होगी कि पंजाब और दिल्ली में एक थी कांग्रेस. इसको लेकर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा था कि इनको नहीं पता कि सार्वजनिक मंच पर कैसा व्यवहार करना है. 


इसके अलावा यूपी में भी सीट शेयरिंग को लेकर काफी सवाल है क्योंकि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था कि कांग्रेस ने 6 सीटें देने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं किया. इसको लेकर जब पूर्व सीएम कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अखिलेश वखिलेश को छोड़ो. 


बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एक तरफ कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आम आदमी पार्टी, शरद पवार की एनसीपी और लेफ्ट सहित कई दलों वाला विपक्षी गठबंधन इंडिया है. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) है. 


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