Parliament Election 2024: लोकसभा चुनाव की सरगर्मी जब एक तरफ पूरे देश में तेज है, तो अफवाहों का बाजार भी गर्म है. इन दिनों एक मैसेज तेजी से वारयल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को है. अब चुनाव आयोग की इस पर सफाई आई है. आयोग ने इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया है. इलेक्शन कमीशन ने कहा कि, चुनावों का ऐलान प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जाता है, न कि टेक्स्ट और व्हाट्सएप मैसेजों के जरिए. 


दरअसल फर्जी मैसेज में आम चुनाव का पूरा कार्यक्रम शेयर किया गया है, जिसमें लिखा है कि चुनाव के लिए 12 मार्च को अधिसूचना जारी की जाएगी, जिससे आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी.


क्या‌ चल रहा है फर्जी मैसेज
 वायरल हो रहे फर्जी मैसेज में कहा गया है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 28 मार्च थी. मतदान की तारीख 19 अप्रैल है और रिजल्ट 22 मई को आएंगे. इस फेक मैसेज में चुनाव आयोग का लेटरहेड भी दिखाई दे रहा है. यह मैसेज तेजी से व्हाट्सएप ग्रुप्स पर सर्कुलेट हो रहा है. जिसके बाद कई लोगों ने सवाल उठाया है कि आम चुनाव एक ही चरण में कैसे कराया जा सकता है.





चुनाव की तारीख पर क्या बोला चुनाव आयोग?


भ्रम की स्थिति के बीच, चुनाव आयोग ने शनिवार (24 फरवरी ) को साफ किया कि वायरल हो रहा मैसेज फर्जी है. चुनाव आयोग ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि, "व्हॉट्स ऐप पर #LokSabhaElections2024 के शेड्यूल के बारे में एक फर्जी मैसेज शेयर किया जा रहा है. #FactCheck: यह मैसेज #फर्जी है. #ECI द्वारा अब तक किसी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है."


चुनाव आयोग ने कहा, "आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया जाता है." इसने यह बात समझाने के लिए हैशटैग "#VerifyBeforeYouAmplify" का भी इस्तेमाल किया कि लोगों को मैसेज को आगे भेजने से पहले इसे वेरिफाइ करना चाहिए. 


बता दें कि सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर ऐसे मैसेज वायरल हुए हैं, जिसमें अप्रैल महीने के मध्य में चुनाव के बारे में दावा किया जा रहा है. इसे लेकर कई ग्रुप्स में भी स्नैपशॉट शेयर किए जा रहे हैं, जिस पर चुनाव आयोग ने अब स्थिति स्पष्ट कर दी है.


 ये भी पढ़ें:Sandeshkhali Violence: संदेशखाली जा रही फैक्ट फाइडिंग टीम को बंगाल पुलिस ने रोका, धरने पर बैठे पटना HC के पूर्व चीफ जस्टिस और अन्य सदस्य