2024 में कौन बनेगा पीएम? राकेश टिकैत ने क्यों कहा- मोदी ही बनेंगे प्रधानमंत्री, वजह है...
Lok Sabha Election 2024: एबीपी न्यूज के विशेष कार्यक्रम 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' में किसान नेता राकेश टिकैत से 2024 में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में कौन पीएम बनेगा, का सवाल पूछा गया.
Farmer Leader Rakesh Tikait: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. पार्टियां अपने संगठन में बदलाव से लेकर काम करने के तरीकों में धार ला रही हैं. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत भी आंदोलनों में सक्रिय हैं. इस समय वो प्रदर्शन कर रहे पहलवालों के समर्थन में हैं और सरकार से लगातार सवाल पूछ रहे हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने के विशेष कार्यक्रम 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' में 2024 में प्रधानमंत्री कौन बनेगा इसपर तस्वीर साफ कर दी है. उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी देश के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेंगे... क्योंकि वो बीच में ही हट जाएंगे... उन्हें देश का अगला राष्ट्रपति भी बनना है.' टिकैत ने कहा कि पीएम मोदी सारे काम कर के जाएंगे.
देश का अगला प्रधानमंत्री बनना चाहिए?
राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी में से किसे देश का अगला प्रधानमंत्री बनना चाहिए? इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा, 'हमारे कहने से कौन किसे प्रधानमंत्री बना रहा है... दोनों में से जनता जिसे चुनेगी वो देश का अगला प्रधानमंत्री बनेगा.' उन्होंने कहा कि जिसने देश के सिस्टम पर कब्जा कर लिया, वही प्रधानमंत्री बनेगा.
हारे हुए उम्मीदवार को जीत का सर्टिफिकेट दिया
किसान नेता टिकैत ने ईवीएम मशीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब ईवीएम का सवाल ही नहीं रह गया है... चुनाव में तो उम्मीदवार हार गया उसे जीत का सर्टिफिकेट दे दिया गया. उत्तर प्रदेश में किसानों का ज्यादा हितैषी कौन है? इसपर राकेश टिकैत ने कहा, 'आंदोलन होते रहते हैं. जिस मुख्यमंत्री को काम करने का पावर रहती है वो हमेशा ठीक रहते हैं, लेकिन अगर मुख्यमंत्री के ऊपर भी कोई होगा और ऊपर वाले से पूछ कर काम करेगा तो वो काम नहीं कर पाएगा.'
इससे पहले abp न्यूज़ के लिए सी-वोटर ने साप्ताहिक सर्वे किया, जिसमें प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को लेकर भी सवाल किया गया है. सर्वे में पूछा गया है कि क्या अमित शाह, अनुराग ठाकुर से बातचीत के बाद पहलवानों को आंदोलन स्थगित कर देना चाहिए? इसके जवाब में सबसे ज्यादा 42 फीसदी लोगों ने कहा कि पहलवानों के अपना प्रदर्शन स्थगित कर देना चाहिए. वहीं 38 फीसदी लोगों ने कहा कि आंदालन स्थगित नहीं करना चाहिए. जबकि, 20 फीसदी लोगों ने इसके बारे में पता नहीं का जवाब दिया.