Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हो चुका है. इस बीच तमिलनाडु की कोयंबटूर लोकसभा सीट पर एक उम्मीदवार मंगलवार (26 मार्च) को मिर्ची की माला पहनकर अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचा. कोयंबटूर लोकसभा सीट पर नूर मोहम्मद ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया.
निर्दलीय प्रत्याशी नूर मोहम्मद मिर्ची की माला पहनकर नामांकन कराने पहुंचे. आमतौर पर प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान ढोल-नगाड़े वाले साथ आते हैं, लेकिन नूर मोहम्मद खुद ही नगाड़ा लेकर पहुंचे. उन्होंने अपने हाथ में एक कटोरा भी पकड़ रखा था. अपने इस रूप के चलते नामांकन कार्यालय में चर्चा में बने रहे.
क्यों सुर्खियों में हैं कोयंबटूर लोकसभा सीट?
तमिलनाडु की कोयंबटूर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई को प्रत्याशी घोषित किया है. तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई की राज्य के युवाओं में काफी लोकप्रियता है. अपने राष्ट्रवादी बयानों के चलते के अन्नामलाई लगातार सुर्खियों में छाए रहते हैं.
के अन्नामलाई कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी रहे हैं और उन्होंने 2019 में भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद बीजेपी में शामिल हुए अन्नामलाई को महज 37 साल की उम्र में पार्टी ने तमिलनाडु का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था.
कोयंबटूर सीट का बीजेपी से कनेक्शन
1998 में कोयंबटूर की 11 जगहों पर सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे. इन धमाकों में 58 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. उस दौरान बीजेपी नेता और तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी तमिलनाडु में प्रचार कर रहे थे. बाबरी मस्जिद गिराए जाने का प्रतिशोध लेने और लालकृष्ण आडवाणी की हत्या की कोशिश करने के लिए ये बम धमाके किए गए थे.
कोयंबटूर सीट का जातीय गणित
2011 की जगनणना के मुताबिक कोयंबटूर की साक्षरता दर 75.37 फीसदी है. इस सीट पर अनुसूचित जाति के 13 फीसदी, मुस्लिम 6 फीसदी और ईसाई समुदाय के 5 फीसदी मतदाता हैं. कोयंबटूर सीट पर ग्रामीण मतदाताओं की संख्या 17.4 फीसदी और शहरी मतदाताओं की संख्या 82.6 फीसदी थी.
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