उत्तर प्रदेश में बन गई बात लेकिन दक्षिण में खराब हैं I.N.D.I.A के हालात, अब लेफ्ट को परेशानी में डाल रही है कांग्रेस
Lok Sabha Election 2024: यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में तो बात बन गई, लेकिन विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल दलों के बीच अभी भी कई राज्यों में सीट शेयरिंग नहीं हुई है.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के सामने सीट शेयरिंग को लेकर कई राज्यों में सवाल बरकरार है. इस बीच बुधवार (21 फरवरी, 2024) को उत्तर प्रदेश में पूर्व सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच बात बन गई. इसके तहत राज्य की 80 सीट में से कांग्रेस रायबरेली और अमेठी सहित 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी. वहीं बाकी 63 सीटों पर सपा और गठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
इसके अलावा मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से सपा आम चुनाव लड़ेगी और राज्य की अन्य सीटों पर कांग्रेस उतेरगी. उत्तर प्रदेश में तो बात बन गई है, लेकिन दक्षिण में अभी भी सीट शेयरिंग नहीं हुई है. इस बीच केरल कांग्रेस ने बुधवार को विभिन्न मुद्दों पर राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की कड़ी आलोचना की.
कांग्रेस ने राज्य के पर्वतीय जिलों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार को घेरा. इन समस्याओं में जंगली जानवरों के हमले और फसलों के नुकसान की कथित उपेक्षा भी शामिल हैं. कांग्रेस ने एलडीएफ सरकार पर राज्य के पर्वतीय जिलों- इडुक्की और वायनाड में वन क्षेत्रों के पास रहने वाले लोगों की समस्याओं के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया.
ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल लेफ्ट और कांग्रेस के बीच क्या सीट शेयरिंग होगी. दरअसल, वायनाड से ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद है.
वीडी सतीसन ने क्या कहा?
विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि विशेष रूप से इडुक्की में इस कथित उपेक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि भूमि संबंधी समस्याओं, जंगली जानवरों के हमलों और कृषि उपज की कीमत में गिरावट के कारण इडुक्की जिले की अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में है.
सतीसन ने दावा किया कि वायनाड और इडुक्की सहित पूरे केरल में फसलों की बर्बादी और जानवरों के हमलों में जान गंवाने के लगभग 7,000 मामलों में राज्य सरकार ने कोई मुआवजा नहीं दिया गया है.
क्या दावा किया?
कांग्रेस नेता सतीसन ने दावा किया कि इन समस्याओं के बीच कई तरह के करों में वृद्धि हुई है, जिससे कीमतों में उछाल आया है. उन्होंने दावा किया कि सरकार ने राज्य द्वारा संचालित ‘‘सप्लाईको’’ बिक्री केंद्र के माध्यम से बेची जाने वाली दैनिक आवश्यक वस्तुओं की दर में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है.
मंत्री ने क्या कहा?
विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी है, लेकिन इसे राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि जहां जॉर्ज ने विपक्ष के आरोपों का खंडन किया है, वहीं ‘केरल गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन’ (केजीएमओए) ने मंत्री को पत्र लिखकर सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी की ओर इशारा किया.
सतीसन ने लोगों की समस्याओं पर 'मूक दर्शक' बने रहने के लिए सरकार की आलोचना की.
सीएम पिनराई विजयन पर साधा निशाना
सतीसन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के एक दिन पहले राजधानी तिरुवनंतपुरम में आयोजित राज्य के युवाओं के साथ आमने-सामने के कार्यक्रम की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि यह एक मंच-प्रबंधित कार्यक्रम था, जहां किसे भाग लेना है और क्या प्रश्न पूछा जाना है, सब कुछ पहले से ही तय थे.
कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह सब यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि सरकार की कोई आलोचना न हो। वे लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं.''