Lok Sabha Election: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर सिर्फ महाविकास आघाड़ी ही नहीं, बल्कि महायुति से जुड़े छोटे-छोटे घटक दल भी नाराज हैं. महाविकास आघाड़ी में शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी और महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी, राष्ट्रीय समाज और अन्य छोटे दल शामिल हैं.


महायुति में नाराजगी


महायुति के नेताओं ने यहां तक ठान लिया है कि अगर एनडीए उनकी नाराजगी दूर नहीं करती है, तो वह अपने गठबंधन धर्म का पालन करना भूल जाएंगे और खुद का प्रत्याशी खड़ा करेंगे. महाराष्ट्र में प्रहार जनशक्ती पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू राज्य के बड़े किसान नेता माने जाते हैं. उन्होंने भी एनडीए को अपना समर्थन दिया है, लेकिन जिस दिन से अमरावती में बीजेपी ने नवनीत राणा के नाम का ऐलान किया है, उस दिन से वे नाराज चल रहे हैं.


नवनीत राणा के खिलाफ उतारे उम्मीदवार


प्रहार जनशक्ती पार्टी के प्रमुख ने अमरावती से एनडीए की प्रत्याशी नवनीत राणा के खिलाफ अपना उम्मीदवार भी खड़ा कर दिया है. बच्चू कडू ने कहा है कि अगर एनडीए हमारी नहीं सुनती है और हमारी मांगों का सम्मान नहीं करेगी तो हम और भी जगहों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी करेंगे.


प्रहार जनशक्ती पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू ने कहा, "राज्य स्तर पर हम केंद्र सरकार की मदद कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव की सीटों को लेकर जिस तरह से एकतरफा फैसला कर रहा है, उससे हमारे कार्यकर्ताओं में गुस्सा है. इस वजह हम भी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने को लेकर मीटिंग कर रहे हैं. हम किसानों से भी उम्मीदवार को लेकर बात कर रहे हैं."


महाराष्ट्र के पालघर जिले के नेता और बहुजन विकास आघाडी के प्रमुख हितेंद्र ठाकुर ने भी एनडीए को अपना समर्थन दिया है. लोकसभा चुनाव में वे भी अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारने की मांग कह रहे हैं, लेकिन अभी इस पर बात नहीं बनी है. जानकारों के मुताबिक पालघर जिले में बीजेपी के मौजूदा सांसद राजेंद्र गावित से हितेंद्र ठाकुर नाराज हैं. 


क्या कहा हितेंद्र ठाकुर ने?


इसे लेकर हितेंद्र ठाकुर ने कहा, "इस मुद्दे को लेकर मेरी कार्यकर्ताओं से बात चल रही है. उनकी मांग है कि हमारे उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में होने चाहिए. हम बातचीत कर रहे हैं और उसके बाद निर्णय लेंगे. जैसे एनडीए के अन्य सहयोगी दल अपने-अपने प्रत्याशियों की बात कर रहे हैं, वैसे ही हम भी अपनी पार्टी के प्रत्याशी को उतारने की बात कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि ईडी और इनकम टैक्स का दबाव बनाकर छोटे दलों को दबाया जा रहा है. ऐसी कोई बात नहीं है और मैं इन सब चीजों से डरने वाला नहीं हूं."


इन छोटे दलों की नाराजगी से महाराष्ट्र महायुति भी चिंतित है, क्योंकि अगर ये पार्टी अपने उम्मीदवार खड़े करती है तो वोट कटने की संभावना बढ़ जाएगी, जिसका असर एनडीए के वोट पर पड़ेगा. महायुति के मुताबिक इन सभी छोटे दलों की नाराजगी के बारे में हमें पता है और हमारे नेता उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: 'बीजेपी ले रही राम का नाम, लेकिन फैला रही नाथूराम गोडसे का एजेंडा', कन्हैया कुमार ने लगाया बड़ा आरोप