(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
विपक्ष के अलग-अलग बोल! ममता बनर्जी-कांग्रेस का एक दूसरे पर हमला, राहुल गांधी ने लेफ्ट पर किया वार, BJP ने कसा तंज
Opposition Parties Meeting: पटना में आयोजित बैठक में विपक्षी दलों ने केंद्र में बीजेपी को हराने के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लिया था.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट होने की कोशिश के तहत विपक्षी दलों ने बीते शुक्रवार (23 जून) को ही महाबैठक की थी और साथ चुनाव लड़ने की बात कही थी. इस बैठक को अभी तीन दिन ही बीते थे कि विपक्षी नेताओं के सुर बदले-बदले नजर आए. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बाद अब ममता बनर्जी (Mamata Baenerjee) के बयान से सियासी हलचल मच गई है. साथ ही केरल में कांग्रेस (Congress) और माकपा में भी गतिरोध बढ़ता दिख रहा है.
हमारे देश में कहावत है कि 'कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी'. मगर अब लगता है कि देश की सियासत भी इसी सिद्धांत पर चल निकली है. ममता बनर्जी ने तीन दिन पहले पटना में महागठबंधन वाली चाय पी थी. विपक्षी एकता का दम भरा, लेकिन बंगाल में चाय बनाकर वोट मांगते-मांगते उनके सुर बदल गए.
ममता बनर्जी का माकपा-कांग्रेस पर हमला
ममता बनर्जी ने सोमवार को बंगाल में पंचायत चुनाव के प्रचार के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की भूमिका की आलोचना की. बनर्जी ने कहा कि वह तो केंद्र में बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा विपक्षी गठबंधन बनाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन माकपा और कांग्रेस पश्चिम बंगाल में बीजेपी के साथ मिलकर काम करने का प्रयास करके इसमें बाधा उत्पन्न कर रही हैं.
"बंगाल को हम संभाल लेंगे, ये याद रखिएगा"
टीएमसी चीफ ने कहा कि मैं बंगाल में इस नापाक गठजोड़ को तोड़ दूंगी. उन्होंने कहा कि माकपा, कांग्रेस, बीजेपी की विदाई कीजिए और टीएमसी के चुनाव चिह्न का बटन दबाइए. महाजुट दिल्ली में होगा और यहां बंगाल को हम संभाल लेंगे, ये याद रखिएगा.
पिछले दस दिनों में यह दूसरी बार है, जब ममता बनर्जी ने बीजेपी के साथ मौन समझौता करने के लिए कांग्रेस और माकपा की आलोचना की है. इन बयानों के बाद साफ है कि बंगाल में ममता बनर्जी किसी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं हैं. टीएमसी चाहती है कि पंचायत से लेकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव तक उनके सामने कोई विरोधी दल टिकना नहीं चाहिए. कांग्रेस भी ममता बनर्जी पर एग्रेसिव है.
कांग्रेस ने भी किया पलटवार
ममता बनर्जी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी की विश्वसनीयता हमेशा सवालों के घेरे में रही है. हम सभी जानते हैं कि बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में टीएमसी ने पिछले कुछ वर्षों में क्या भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि 12 साल बाद पंचायत चुनाव के लिए ममता बनर्जी का प्रचार करना टीएमसी की कमजोरी को दर्शाता है. उन्हें इस बात का एहसास हो गया है कि अगर वह मैदान में नहीं उतरेंगी तो उनकी पार्टी का क्या होगा.
केंद्र के अध्यादेश पर भी मतभेद
अब यक्ष प्रश्न यही है कि अगर छोटे-छोटे चुनाव और मुद्दों को लेकर महागठबंधन में इस तरह का रवैया दिखेगा. इस तरह का तीखापन दिखेगा तो फिर 450 सीटों पर बीजेपी के खिलाफ एक उम्मदीवार वाला फॉर्मूला जमीन पर कैसे लागू होगा. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि सिर्फ ममता बनर्जी ही नहीं अरविंद केजरीवाल की पार्टी भी अध्यादेश के नाम पर सरेआम कांग्रेस को कोस रही है.
आप और कांग्रेस आमने-सामने
दिल्ली की आप सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि क्या कांग्रेस पीएम मोदी के साथ है? कांग्रेस अगर अध्यादेश के खिलाफ वोट नहीं देती है तो ये साफ हो जाएगा. इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने उनकी पार्टी पर तंज कसे जाने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) पर प्रहार किया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि विपक्ष की एकता पर उनका बयान इसे नुकसान पहुंचाने और बीजेपी के साथ राजनीतिक सौदेबाजी के लिए सोच-समझ कर उठाया गया कदम है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के लिए केंद्र की ओर से लाये गए अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस से मदद मांगते हैं, वहीं दूसरी ओर राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, और सचिन पायलट सहित कांग्रेस के नेताओं का बेशर्मी से मजाक उड़ाते हैं. उनके मंत्री हमारे गठबंधन पर पूर्व शर्त निर्धारित करते हैं, जबकि उनके मुख्य प्रवक्ता विपक्षी दल की बैठक के दिन सार्वजनिक रूप से हमारी पार्टी और नेताओं का अपमान करते हैं.
केरल में कांग्रेस और लेफ्ट में बढ़ा गतिरोध
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट साथ दिखते हैं, साथ चुनाव भी लड़ते हैं, लेकिन केरल में कांग्रेस और लेफ्ट आमने सामने हैं. 23 जून को जिस वक्त राहुल गांधी, सीताराम येचुरी एक मंच शेयर कर रहे थे. उस दौरान केरल पुलिस ने केरल कांग्रेस के चीफ सुधाकरण को अरेस्ट किया. हालांकि बाद में उन्हें बेल मिल गई.
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
आज सुधाकरण ने राहुल गांधी से मुलाकात की और फिर राहुल ने एक ट्वीट करके केरल की सीपीएम सरकार पर साधा निशाना. राहुल गांधी ने सुधाकरण के साथ फोटो शेयर की और कहा कि कांग्रेस बदले की राजनीति से डरती नहीं है.
The Congress party doesn’t fear the politics of intimidation and vendetta. pic.twitter.com/9HLetpJyma
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 26, 2023
उमर अब्दुल्ला ने विपक्षी एकता का किया बचाव
इन सब बयानों के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने विपक्षी एकता का बचाव करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया इस बात का सबूत है कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक सफल रही. समय ही बताएगा कि विपक्षी दलों की बैठक एक फोटो शूट था या नहीं. इस बैठक का नतीजा क्या होगा, उसके लिए 2024 (लोकसभा चुनाव) तक इंतजार करें. अब आप इतने चिंतित क्यों हैं.
शरद पवार ने बीजेपी पर बोला हमला
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने भी बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि सोमवार को कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पटना में पिछले सप्ताह हुई विपक्षी दलों की बैठक में प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. बैठक में महंगाई, बेरोजगारी और कुछ स्थानों पर जानबूझकर सांप्रदायिक तत्वों को उकसाने की कोशिशों जैसे मुद्दों पर बात हुई. बीजेपी इस बैठक को लेकर क्यों चिंतित है, उनमें राजनीतिक परिपक्वता की कमी है. बीजेपी बैठक आयोजित कर सकती है और हम आयोजित करें तो आप क्यों चिंतित होते हैं.
बीआरएस का सोनिया गांधी और विपक्ष पर निशाना
इन सबके बीच सोमवार को तेलंगाना के सीएम केसीआर के बेटे और तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के सत्ता में रहने के दौरान तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिए जाने में उनकी ओर से किए गए विलंब के कारण कई युवाओं ने आत्महत्या कर ली थी. क्या विपक्षी नेताओं के मुंह से लोगों के लिए कोई उपयोगी बात निकलने वाली है? कल बीजेपी अध्यक्ष आए थे. क्या जे पी नड्डा ने कुछ काम की बात कही. उन्होंने क्या कहा, सभी गलत बातें कहीं.
बीआरएस नेता केटी रामाराव ने केसीआर पर निशाना साधने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी का नाम लिए बगैर उन पर भी हमला बोला. रामाराव ने कहा कि चाहे बीजेपी के नड्डा हों या कोई और, पिछले 23 साल में केसीआर से टक्कर लेने वाला कोई भी नेता अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका है. करीब 1200-1300 युवाओं ने तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जान गंवा दी थी. उन्होंने किसके लिए जान गंवाई और किसकी वजह से? क्या यह सोनिया गांधी की वजह से नहीं हुआ.
केंद्रीय मंत्रियों ने कसा तंज
पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की मीटिंग हुई और तीन दिन में ही सुर बदलते दिखने लगे. इन्हीं सब घटनाक्रम को देखते हुए बीजेपी विपक्ष के गठबंधन के वजूद पर ही सवाल उठा रही है. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष की बैठक पर लोग हंस रहे हैं. विपक्ष के पास न नेता है, न नीयत है. वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वे (विपक्षी दल) एकता का पाठ पढ़ाने के लिए पटना आए थे, लेकिन अब वे खुद एक-दूसरे की आलोचना कर रहे हैं.
पीएम मोदी के कार्यक्रम के साथ बीजेपी की तैयारी शुरू
सूत्रों का कहना है कि शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक 13 और 14 जुलाई को होगी. इस बीच बीजेपी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. पीएम मोदी मंगलवार (27 जून) को मध्य प्रदेश में कार्यक्रम करने वाले हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कल भोपाल में सुबह 11:15 बजे ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में बीजेपी के लाखों निष्ठावान कार्यकर्ताओं से संवाद का सौभाग्य मिलेगा. ये अवसर विकसित भारत के लिए उनके संकल्प को और सशक्त करेगा.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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