TMC complaint against PM Modi: तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने सोमवार (18 मार्च) को आदर्श आचार संहिता (MCC) के कथित उल्लंघन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) में शिकायत दर्ज कराई. यह शिकायत भारत सरकार की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी के विकसित भारत संकल्प यात्रा से जुड़े मैसेज भेजने को लेकर की गई है. अपने शिकायती पत्र में डेरेक ओ'ब्रायन ने चुनाव आयोग से इस मामले में तत्काल जरूरी कदम उठाने की मांग की है.
उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि भविष्य में सार्वजनिक खजाने की कीमत पर अभियानों से बचने के लिए बीजेपी और उसके उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को उचित निर्देश जारी करना जरूरी है. इसके साथ ही टीएमसी सांसद ने इस पत्र को तत्काल वापस लेने के लिए उचित निर्देश भी जारी करने की मांग की है. ओ'ब्रायन ने आगे लिखा है, "चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता के सिद्धांतों को बनाए रखने और सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए ये कार्रवाई जरूरी है."
विकसित भारत संकल्प के मैसेज को लेकर विवाद
ओ'ब्रायन ने अपने कंप्लेंट लेटर में पूरे मामले को विस्तार से बताते हुए लिखा है, “ये हमारे ध्यान में आया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से कथित तौर पर 15 मार्च 2024 को विकसित भारत संकल्प के तहत लोगों को व्हाट्सएप मैसेज भेजा गया है. इसमें एक पत्र भी है, जिसमें “मेरे प्रिय परिवार के सदस्य” कहकर लोगों को संबोधित किया गया है. इसमें उन्होंने पिछले दशक में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए विभिन्न कार्यक्रमों/योजनाओं के बारे में बताया है.
'पीएम सरकार के खर्चों पर कर रहे अपना प्रचार'
उन्होंने आगे लिखा, “चौंकाने वाली बात यह है कि मोदी के इस लेटर के साथ एक मैसेज भी दिया गया है जो इस प्रकार है: “यह पत्र माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की ओर से भेजा गया है. पिछले 10 वर्षों में भारत के 140 करोड़ से अधिक नागरिक भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से सीधे लाभान्वित हुए हैं और भविष्य में भी लाभान्वित होते रहेंगे. इस मैसेज से साफ होता है कि भारत सरकार पीएम मोदी की ओर से संदेश भेज रही है. इसलिए यह साफ है कि पीएम मोदी और बीजेपी केंद्र सरकार के राजस्व का उपयोग बीजेपी के कार्यक्रमों/योजनाओं पर चर्चा करने के लिए मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कर रही है. यह पत्र आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी लोगों को भेजा जा रहा है. इसलिए यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.”
केरल कांग्रेस ने भी उठाया था मुद्दा
उन्होंने कहा, “इस तरह का व्यापक प्रचार बीजेपी और पीएम मोदी के पक्ष में मतदाताओं से अपील के अलावा और कुछ नहीं है, लेकिन इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता है. इसलिए इस पर एक्शन लेना बहुत जरूरी है. बता दें कि इस मामले को केरल कांग्रेस ने भी 17 मार्च को उठाया था. कांग्रेस की केरल यूनिट ने व्हाट्सएप को इस संबंध में एक्स पर टैग किया था, जिसमें नियमों के उल्लंघन की याद दिलाई गई थी.
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