Maharashtra Navnirman Sena: राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) एनडीए में शामिल हो सकती है. पार्टी प्रमुख राज ठाकरे सोमवार (18 मार्च) रात दिल्ली पहुंचे हैं. सूत्रों ने बताया है कि एमएनएस ने महाराष्ट्र में दो सीटों की मांग रखी है. राज ठाकरे दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डी से मुलाकात करने वाले हैं. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी दिल्ली में ही मौजूद हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी राजधानी में ही हैं.


सूत्रों ने बताया है कि एमएनएस की तरफ से जिन दो सीटों की मांग रखी गई है, उसमें एक सीट दक्षिण मुंबई की है, जबकि दूसरी सीट शिरडी है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि मंगलवार (19 मार्च) को बीजेपी हाईकमान के साथ राज ठाकरे की मुलाकात होने वाली है, जहां वह इन दो सीटों को मांग सकते हैं. साथ ही एमएनएस को आधिकारिक तौर पर एनडीए में शामिल करने का भी ऐलान किया जा सकता है. पिछले कई हफ्तों से बीजेपी और एमएनएस के नेता साथ देखे गए हैं.






एमएनएस और बीजेपी के साथ आने की चर्चा पुरानी


दरअसल, एमएनएस और बीजेपी को लेकर लंबे समय से कहा जा रहा है कि वे दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में साथ आ सकती है. इसकी प्रमुख वजह दोनों पार्टियों के नेताओं की मुलाकात है. मुंबई बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार हों या फिर देवेंद्र फडणवीस हर कोई राज ठाकरे से जाकर मुलाकात करता रहा है. फडणवीस को फरवरी में ही राज से मुलाकात के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे. तभी कहा जाने लगा था कि जल्द ही एमएनएस एनडीए में शामिल हो सकती है.


महाराष्ट्र में एनडीए के साथ कौन-कौन?


48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में पिछले कुछ सालों में राजनीति काफी बदल गई है. कभी एनडीए का हिस्सा रही शिवसेना उससे अलग हो चुकी है. शिवसेना दो गुटों में बंट गई है, जिसमें से एक गुट का नेतृत्व उद्धव ठाकरे के पास है, जबकि दूसरे का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास. उद्धव गुट वाली शिवसेना को 'शिवसेना (यूबीटी)' के तौर पर जाना जाता है, जो अब एनडीए का हिस्सा नहीं है. हालांकि, एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना अभी भी उसके साथ है. 


इसी तरह से एनसीपी भी दो हिस्सों में बंट गई हैं, जिसमें से एक गुट का नेतृत्व शरद पवार कर रहे हैं, जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व उनके भतीजे अजित पवार के पास है. पिछले साल जुलाई में एनसीपी दो हिस्सों में टूट गई. अजित पवार के गुट वाली एनसीपी भी एनडीए का हिस्सा है. इस तरह से बीजेपी के पास महाराष्ट्र में दो सहयोगी हैं. अगर एमएनएस भी एनडीए का हिस्सा बन जाती है, तो इससे उसे महाराष्ट्र में काफी मजबूत मिलेगी. 


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