Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल एकजुट होने के प्रयास में लगे हैं. विपक्षी पार्टियों की आगे की रणनीति को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में बैठक बुलाई है. विपक्षी दलों की मीटिंग में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार सहित कई नेता शामिल होंगे.


इसी बीच गुरुवार (8 जून) को एनसीपी प्रमुख शरद पवार, आरजेडी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीटिंग को समय की जरूरत बताया तो बीजेपी ने भी इस पर पलटवार किया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि एक दूसरे में ये लोग सहारा खोज रहे हैं. ये लोग अपने पैरों में खड़े होने में विफल है. बिहार में जैसा पुल बहा वैसे ही इनके अरमान भी बह जाएंगे. 


मीटिंग को लेकर किसने क्या कहा?
पूर्व सीएम शरद पवार ने कहा कि सीए्म नीतीश कुमार ने फोन किया और निमंत्रण दिया. मैं मीटिंग में जाऊंगा. पवार ने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दे पर मिलकर काम करने की जरूरत है. वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दावा किया कि ये बैठक ऐताहासिक होगी और हम 2024 को लेकर चर्चा करेंगे. इसके अलावा उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा दे. 


कांग्रेस के संगठन संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी कहा कि विपक्षी दल लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और एकजुट होकर 'विभाजनकारी ताकतों' को पराजित करेंगे. उन्होंने ट्वीट किया, ''23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी नेताओं की संयुक्त बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी और राहुल गांधी जी भाग लेंगे. हमारा मानना है कि लोकतंत्र की रक्षा करने के मकसद के प्रति हमारी एकजुटता और प्रतिबद्धता आज समय की जरूरत है. हम सत्ता में बैठी विभाजनकारी ताकतों को पराजित करने में सफल होंगे.''


कौन मीटिंग में आ रहा है और कौन नहीं? 
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के हवाले से बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बैठक में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं. इसके अलावा उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि बैठक में पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी शामिल होंगे. 


तेजस्वी यादव से जब भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के संस्थापक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने उनसे अब तक बात नहीं की है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस बात की आशंका है कि केसीआर ऐसे किसी ऐसे गठबंधन का हिस्सा होंगे जिसमें कांग्रेस होगी. तेलंगाना में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है. हाल में बीआरएस ने इस बात का पर्याप्त संकेत दिया कि एकजुट विपक्ष का हिस्सा बनने के बजाय  वह ‘तेलंगाना मॉडल’ पर चलेगी.


मीटिंग 23 जून को क्यों हो रही है?
विपक्षी दलों की मीटिंग पहले पटना में 12 जून को होनी थी लेकिन कांग्रेस और द्रविड मुनेत्र कषगम (DMK) सहित कुछ दलों ने तारीख में बदलाव का अनुरोध किया था. कांग्रेस ने इसके पीछे कारण पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रेसिडेंट खरगे की अनुपलब्धता बताया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चाहते थे कि बैठक में पार्टियों के नेता शामिल हो ना कि प्रतिनिधि ताकि निर्णय निकल सके. 


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