Lok Sabha Election 2024: अपने ही अपनों के खिलाफ, दूसरे चरण में I.N.D.I.A के सहयोगी 45 फीसदी सीटों पर कर रहे दो-दो हाथ
Lok Sabha Election: 19 अप्रैल को हुए फर्स्ट फेज की वोटिंग में एनडीए में एकजुटता थी, जबकि I.N.D.I.A के साथ ऐसा नहीं था. 102 में से 12 सीटों पर I.N.D.I.A गठबंधन के पार्टनर एक-दूसरे के खिलाफ लड़े थे.
Lok Sabha Election 2024 Phase 2 Polling: लोकसभा चुनाव 2024 में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए एक तरफ बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने चुनाव से पहले कई नए दलों को जोड़कर अपना कुनबा बढ़ाया था तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A गठबंधन ने भी एनडीए को मात देने के लिए इस बार अपना अलायंस मजबूत किया, लेकिन इतना कुछ करने के बाद भी दोनों ही गठबंधन में एकजुटता नहीं दिख रही है.
अगर पहले और दूसरे चरण की लोकसभा सीटों को देखें तो दोनों ही गठबंधनों में आपसी टकराहट भी नजर आती है. 19 अप्रैल को हुए फर्स्ट फेज की वोटिंग में एनडीए में पूरी तरह एकजुटता दिखी थी, जबकि इंडिया गठबंधन के साथ ऐसा नहीं था. 102 में से 12 सीटों पर I.N.D.I.A गठबंधन के पार्टनर एक-दूसरे के खिलाफ लड़े थे.
बिहार और मध्य प्रदेश में एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी
आज (26 अप्रैल 2024) दूसरे चरण की वोटिंग की बात करें तो कुल 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग है. इस बार एनडीए में भी काफी बिखराव नजर आ रहा है. वहीं दूसरी तरफ I.N.D.I.A गठबंधन के लिए यह स्थिति पहले से भी ज्यादा गंभीर है.
अगर एनडीए की बात करें तो आज बिहार में किशनगंज और मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ सीट पर एनडीए के सहयोगी दल आपस में भिड़ रहे हैं. किशनगंज सीट पर जेडीयू ने मास्टर मुजाहिद को उम्मीदवार बना रखा है, लेकिन इनके खिलाफ राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपीएस) ने भी अपना प्रत्याशी उतार रखा है.
इसके अलावा मध्य प्रदेश की टीकमगढ़ सीट पर बीजेपी लड़ रही है, लेकिन राष्ट्रीय समाज पक्ष ने यहां भी उम्मीदवार उतार रखा है. राष्ट्रीय समाज पक्ष मुख्य रूप से महाराष्ट्र स्थित पार्टी है और आधिकारिक तौर पर अब भी एनडीए का हिस्सा है.
I.N.D.I.A गठबंधन में सबसे ज्यादा नाराजगी
अब I.N.D.I.A गठबंधन की बात करें तो दूसरे चरण में भी सहयोगियों के बीच तालमेल की कमी नजर आती है. यह कमी सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और केरल में है. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस टीएमसी और वाम दलों से सीट शेयरिंग तय नहीं कर पाई. इसका नतीजा ये है कि पश्चिम बंगाल की सभी सीटों पर अब टीएमसी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं.
केरल और पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की नहीं बनी बात
केरल की सभी 20 विधानसभा सीटों पर आज (26 अप्रैल 2024) को मतदान हो रहा है. केरल में जहां कांग्रेस और उसके स्थानीय सहयोगी, जो यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट का हिस्सा हैं, लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट पार्टियों के साथ कोई सीट साझा नहीं कर रहे हैं. इसी तरह, पश्चिम बंगाल की तीनों संसदीय सीटों पर आज होने वाले मतदान में भारत के सदस्य एक-दूसरे से भिड़ेंगे.
कुल मिलाकर 17 अन्य संसदीय सीट पर भी इंडिया गठबंधन के दल आपस में भिड़ रहे हैं. कुल मिलाकर 88 संसदीय सीट में में से 40 (45%) में भारत के सदस्य एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते दिखेंगे.
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