Lok Sabha Election 2024: मंगलसूत्र वाले बयान पर शोर अभी थमा भी नहीं था कि मंगलवार (23 अप्रैल, 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा पढ़ना भी गुनाह हो गया है. वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि कांग्रेस शरिया का राजा लाना चाहती है.
पीएम मोदी ने राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर में चुनावी रैली में कहा, ''कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था.''
दूसरी ओर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमरोहा में कहा, ''कांग्रेस का घोषणापत्र देखिए. इसमें कहते हैं कि शरिया कानून लागू कर देंगे. भारत संविधान से चलेगा. कांग्रेस के लोग अपने घोषणापत्र में कहते हैं कि व्यक्तिगत कानून को लागू करेंगे यानी शरिया कानून लागू करेंगे.'' वहीं पीएम मोदी और सीएम योगी के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है.
कांग्रेस ने क्या कहा?
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि बीजेपी बैकफुट पर है. हमारे लिए जनता के असल मुद्दे अहमियत रखते हैं, लेकिन लोगों का ध्यान भटकाने और बांटने वाले मुद्दों से कोई फायदा नहीं होगा. बीजेपी नेताओं के बयान बेहद चिंतित करने वाले हैं.
पीएम मोदी और सीएम योगी का बयान ऐसे समय पर आया है जब संपत्ति बांटने वाले बयान पर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल पहले से ही हमलावर है.
पीएम मोदी ने क्या कहा है?
पीएम मोदी ने हाल ही में राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “ये अर्बन नक्सल वाली सोच मेरी माताओ- बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे। इस हद तक चले जाएंगे.”
उन्होंने दावा करते हुए कहा, “ये कांग्रेस का घोषणापत्र कह रहा है कि वे माताओं बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उस संपत्ति को बांट देंगे. उनको बांटेगे जिनके बारे में मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है.”
उन्होंने कहा, “पहले जब उनकी सरकार थी, उन्होंने कहा था की देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठी करके किसको बांटेंगे?.. जिनके ज्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे.”
उन्होंने कहा, “घुसपैठियों को बांटेंगे. आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? क्या आपको ये मंजूर है?” ऐसे में लोग कयास लगाए जाने लगे है कि क्या इस बार का लोकसभा चुनाव 80-20 वाला होगा.