PM Modi Remarks On Govt: चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव 2024 के कार्यक्रम की घोषणा किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के संबंध में बड़ी प्रतिक्रिया दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार (16 मार्च) को कहा कि अगर 2027 तक उनका मिशन पूरा हुआ तो हर व्यक्ति की जिंदगी से सरकार को बाहर निकाल दिया जाएगा. वह सरकार की कार्य प्रणाली और ईज ऑफ लिंविंग (जीवन जीने में आसानी) का जिक्र कर रहे थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अपने संबोधन के दौरान सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि लोगों के जीवन में सरकार का दबाव भी नहीं और सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए.
क्या कुछ बोले PM मोदी?
पीएम मोदी ने कहा, ''हमारे यहां गुलामी के कालखंड में बने पीनल कोड भी ऐसे ही चल रहे थे. उनके मूल में दंड था, न्याय नहीं था क्योंकि वो अंग्रेजों की मानसिकता से बना था, उसको जाते जाते भी मुझे आना पड़ा, तब वो गया. हमने अपने गवर्नेंस मॉडल की भावना के अनुकूल ही इनको न्याय केंद्रित बनाया है. ये जो तीन नए कोड संसद से पास हुए हैं, इनसे सामान्य से सामान्य नागरिक को और और तेजी से न्याय मिलना संभव हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ''पिछले 10 साल में हमारी सरकार ने डेढ़ हजार से ज्यादा पुराने कानून खत्म किए हैं. इनमें से कितने ही कानून अंग्रेजों के समय में बने हुए थे और ऐसे ही चले आ रहे थे.''
'सरकार बाहर निकाल दूंगा'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं अक्सर कहता हूं कि लोगों के जीवन में सरकार का दबाव भी नहीं और सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए. गरीब है, उसको लगना नहीं चाहिए कि संकट के समय कोई आया नहीं. अभाव नहीं होना चाहिए, सरकार की जरूरत है, सरकार होनी चाहिए, लेकिन ये क्या तरीका है, आए दिन सरकार टांग अड़ाती रहे, जिंदगी की हर चीज में सरकार और अगर 2047 तक का मेरा मिशन पूरा हुआ तो मान लीजिए मैं हर एक की जिंदगी से सरकार बाहर निकाल दूंगा.''
पीएम मोदी ने कहा, ''सामान्य मानवी की जिंदगी में सरकार होनी ही नहीं चाहिए. उसको खुली छूट होनी चाहिए अपनी जिंदगी जीने की, अपने सपनों को साकार करने के लिए खुला आसमान उसके लिए छोड़ देना चाहिए और इसी सोच के साथ हमने ईज ऑफ लिविंग के लिए, जैसा मैंने कहा, हमने 1500 कानून खत्म किए.''
'40 हजार से ज्यादा कम्प्लायंसेज खत्म कर दिए'
पीएम मोदी ने कहा, ''वैसे ही भांति-भांति की चीजें सरकार मांगती रहती है, अच्छा ये फॉर्म ले आए, ये ले आओ... आपका घर यहां है, अच्छा आपके घर के सामने कौन रहता है, ले आओ. पता नहीं सरकार की आदत बन गई है. आप जानकर के खुश हो जाएंगे, मैंने 40,000 से ज्यादा ऐसे कम्प्लायंसेज को खत्म कर दिया और उन्हें बहुत आसान बना दिया.'' उन्होंने कहा, ''हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि देश के सामान्य मानवी को किसी भी काम के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने ही न पड़े, लाइनों में लगना ही न पड़े.''