Muslim Rashtriya Manch Campaign: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंचने के लिए एक अभियान की शुरुआत करने जा रहा है. संगठन ने बुधवार (17 मई) को कहा है कि एक देश, एक झंडा और एक राष्ट्रगान की थीम पर एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया जाएगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बयान में कहा गया है कि एमआरएम स्वंयसेवक अभियान के तहत समुदाय के सदस्यों के बीच सच्चे मुस्लिम और अच्छे नागरिक का संदेश फैलाएगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े निकाय ने कहा कि 8 जून से 11 जून तक भोपाल में एमआरएम स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में एमआरएम के मुख्य संरक्षक और आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य इंद्रेश कुमार भी शामिल होंगे.
एमआरएम प्रवक्ता ने क्या कहा?
इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए एमआरएम प्रवक्ता शाहिद सईद ने कहा, “2024 के आम चुनाव से पहले आरएसएस का मुस्लिम राष्ट्रीय मंच 'एक राष्ट्र, एक झंडा, एक राष्ट्रगान और एक कानून' के विचार को पूरे देश में मुस्लिम समुदाय तक पहुंचाने के लिए अभियान शुरू करेगा. सच्चे मुसलमान, अच्छे नागरिक के संदेश को लेकर, एमआरएम स्वयंसेवक और कार्यकर्ता देश के कोने-कोने में अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंचेंगे.”
सईद ने कहा कि एमआरएम ने राज्य में मुसलमानों की अच्छी खासी आबादी को देखते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को चुना है. मुस्लिम वोट बीजेपी के वोट बैंक (मध्य प्रदेश में) से दूर जा रहा है. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर और मध्य विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. इन दोनों सीटों पर मुस्लिम आबादी ज्यादा है. एमआरएम प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी भोपाल कांग्रेस का गढ़ बन गया है. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
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