Lok Sabha Election 2024: सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम और संजय राउत के बीच बयानबाजी जारी है. संजय निरुपम का कहना है कि क्षेत्रीय दल के नेता कांग्रेस को सलाह दे रहे हैं, यह अच्छी बात नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें चुनाव साथ लड़ने की जरूरत है.


एबीपी न्यूज से बात करते हुए संजय निपरुम ने राउत को एक बार फिर जवाब दिया है. उन्होंने कहा, "मेरे जानने वालों में संजय राउत से बेहतर कौन हो सकता है जो बता सके कि संजय निरुपम  कौन है? उनकी स्मरण शक्ति कमजोर हो गई. ईश्वर जल्दी उनको ठीक करे. डॉक्टर उनके दवा देंगे तो वह ठीक हो जाएंगे."


'बदल गई है स्थिति'
उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) पर हमला करते हुए कहा, "2019 में जो हुआ वह अब नहीं होगा. 2024 में स्थिति बदल गई है. शिवसेना में भयानक विभाजन हुआ. शिवसेना टूट गई है. विधायक, सासंद और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ कर चले गए. शिवसेना के पास खुद का वोट कितना है ये किसी को नहीं पता. कांग्रेस का वोट शेयर सबको पता है. कांग्रेस बिल्कुल शून्य नहीं है. शिवसेना और एनसीपी भी शून्य नहीं हैं. चुनाव होगा तो पता चलेगा कौन कितना वोट ला रहा." 


'कांग्रेस को सलाह दे रहे क्षेत्रीय दल'
कांग्रेस नेता ने कहा कि 138 साल पुरानी पार्टी को क्षेत्रीय दल के नेता सलाह और नसीहत दे रहे हैं, यह बचकानी बात है. तकलीफ इस बात की है कि वह महाराष्ट्र के नेताओं को गली और गांव का नेता बता रहे हैं. कांग्रेस ने कितनी बार महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया है. कांग्रेस ने न जाने कितने चुनाव लड़े, जीते और हारे.


'शिवसेना को कांग्रेस की जरूरत'
संजय राउत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "आप खुद क्या हैं? कोई कॉर्पोरेशन तक का चुनाव तो लड़ा नहीं. अहंकार में आकर कांग्रेस के नेताओं के बारे में ऐसी बात करना अच्छी बात नहीं है. इससे इंडिया गठबंधन को नुकसान होगा. शिवसेना को अगर लगता है कि अकेले दम पर चुनाव जीत जाएगी तो शिवसेना एक सीट अपने दम पर नहीं जीत सकती. ये मेरा चैलेंज है. शिवसेना को कांग्रेस की जरूरत है. एक साथ लड़ने की जरूरत है, वरना हम हार जाएंगे." 


'मुंबई में 3 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस'
सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में कांग्रेस कितनी सीटों पर लड़ेगी, इसको लेकर दिल्ली में तय होगा कि कितनी सीट पर कौन लड़ेगा? महाराष्ट्र के नेताओं को बुलाया गया है. मेरिट आधार पर जो जहां मजबूत है, वहां उसे लड़ना चाहिए." उन्होंने कहा कि शिवसेना के पास तो उम्मीदवार ही नहीं है और सीट मांग रहे, सीट लेकर करेंगे क्या ? निरुपम ने दावा किया कि कांग्रेस मुंबई में कम से कम तीन सीट पर लड़ेगी.


'प्रकाश अंबेडकर नहीं चाहते गठबंधन में आना'
वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) को इंडिया गठबंधन में शामिल करने पर उन्होंने कहा कि स्थानीय नेता चाहते हैं कि वीबीए को गठबंधन में शामिल किया जाए, लेकिन प्रकाश अंबेडकर ने जो शर्तें रखी हैं, वह खुद नहीं चाहते कि वह गठबंधन में आएं, उनकी शर्तें अव्यवहारिक हैं.  


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