Lok Sabha Election 2024: टेरर फंडिंग मामले में जेल में बंद इंजीनियर रशीद लड़ेंगे लोकसभा चुनाव 2024, इस पार्टी ने बनाया उम्मीदवार
Jammu Kashmir Baramulla Candidate: उत्तर कश्मीर में खासा प्रभाव रखने वाली अवामी इत्तेहाद पार्टी ने UAPA मामले में जेल में बंद इंजीनियर रशीद को बारामूला लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.
Jammu Kashmir Election News: अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) ने घोषणा की है कि जेल में बंद नेता अब्दुल रशीद शेख उर्फ इंजीनियर रशीद लोकसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार होंगे. कोर-ग्रुप की बैठक के बाद पार्टी ने सोमवार (18 मार्च) को कहा कि 58 वर्षीय रशीद, जो वर्तमान में 2019 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं, उत्तरी कश्मीर के बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
पार्टी के प्रवक्ता के अनुसार, यह निर्णय पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति सहित पार्टी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया. उत्तरी कश्मीर के लंगेट से दो बार के विधायक रशीद ने बारामूला निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और एक लाख से अधिक वोट हासिल किए.
जम्मू कश्मीर की 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी एआईपी
पार्टी प्रवक्ता फिरदौस बाबा ने कहा, "यह मतदाताओं की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है और हम जम्मू-कश्मीर की सभी पांच सीटों पर चुनाव लड़ेंगे." कश्मीर में उम्मीदवारों के संबंध में किसी भी राजनीतिक दल द्वारा की गई यह पहली ऐसी घोषणा है, जहां क्षेत्रीय दल विधानसभा चुनाव की मांग कर रहे हैं, हालांकि ईसीआई ने सुरक्षा स्थिति सहित कई कारणों का हवाला देते हुए इसमें देरी की.
UAPA मामले में जेल में बंद हैं रशीद
विधानसभा क्षेत्र, लंगेट के पूर्व विधायक, इंजीनियर रशीद को अगस्त 2019 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किया गया था और उन पर विवादास्पद गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था, वह इस तरह के आरोपों का सामना करने वाले पहले मुख्यधारा के राजनेता थे. पार्टी का दावा है कि राशिद जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत पात्र हैं क्योंकि उन्हें अभी तक दोषी नहीं ठहराया गया है बल्कि वह इस मामले में सिर्फ आरोपी हैं.
एनआईए ने रशीद पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया था और उन पर अलगाववाद की विचारधारा का प्रचार करने के लिए सार्वजनिक मंचों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था.
प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक आशावादी हैं कि जेल में बंद नेता को चुनाव होने से पहले रिहा कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, “एआईपी एक मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टी है जो चुनावी राजनीति में विश्वास करती है इसलिए हमें इन चुनावों के लिए तैयार रहना होगा. हम आगामी संसदीय चुनाव में सभी सीटों पर लड़ने जा रहे हैं और अन्य चार उम्मीदवारों के बारे में भी जल्द ही फैसला लिया जाएगा.''
उत्तरी कश्मीर में हैं एआईपी का प्रभाव
एआईपी का प्रभाव ज्यादातर उत्तरी कश्मीर में है और रशीद इसका मुख्य चेहरा है. उन्हें एक तेजतर्रार राजनेता और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुखर आलोचक के रूप में जाना जाता है. अपनी गिरफ्तारी और अनुच्छेद 370 और 35 ए को निरस्त करने से पहले, इंजीनियर रशीद ने विधानसभा चुनाव के लिए तत्कालीन नौकरशाह से नेता बने शाह फैसल के साथ गठबंधन किया था.
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