Shashi Tharoor On Election 2024: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में मिली शानदार जीत ने कांग्रेस में जोश भर दिया है. बीजेपी का दक्षिणी दुर्ग गिरा देने का बाद कांग्रेस नेताओं के हौसले बुलंद हैं और वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी को ऐसी ही शिकस्त का दावा करने लगे हैं. इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को ज्यादा खुश न होने की सलाह दी है.
तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने शनिवार (17 जून) को कहा, कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक में भाजपा को हराने के बाद लोकसभा चुनाव से पहले आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए क्योंकि राज्य और राष्ट्रीय चुनाव में अंतर होता है और वोटर का मूड बदल सकता है. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि इससे कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी.
राज्य और देश के चुनाव अलग- थरूर
समाचार एजेंसी पीटीआई ने से कांग्रेस नेता ने कहा, ये जरूरी है कि कांग्रेस आत्मसंतुष्ट न हो, 2018 में हम (कांग्रेस) न केवल कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बने थे बल्कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी जीत मिली थी. फिर भी, जब लोकसभा के चुनाव हुए तो बीजेपी से हम इन्हीं राज्यों में हार गए. थरूर का कहना है कि कांग्रेस यह मानकर नहीं चल सकती कि जो चीज प्रदेश के चुनाव में काम कर गई वो राष्ट्रीय चुनाव में भी काम करेगी.
बताई कर्नाटक में जीत की वजह
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को घोषित हुए थे. राज्य में 224 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था. थरूर ने कहा, कर्नाटक में स्थानीय स्तर पर मजबूत एवं प्रभावी नेतृत्व होने और स्थानीय मुद्दों पर जोर देने के कारण कांग्रेस की जीत में मदद मिली.
कांग्रेस में कुछ नेताओं के बीच टकराव से जुड़े मुद्दे पर थरूर ने कहा कि पार्टी में मतभेद का होना सामान्य बात है. उन्होंने कहा, "राजनीति में लोगों का महत्वाकांक्षी होना सामान्य है. वे पार्टी की विचाराधारा और एजेंडे को लेकर प्रतिबद्ध हो सकते हैं, लेकिन व्यक्ति (पार्टी नेता) ये महसूस कर सकते हैं कि वो पार्टी के एजेंडे को आगे ले जाने के लिए दूसरों से बेहतर हैं."
(पीटीआई इनपुट के आधार पर)
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