Smriti Irani On Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी से सांसद रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शुक्रवार (12 अप्रैल) को कहा कि सभी ने नाम बदलते, गांव बदलते सुना है, लेकिन परिवार बदलते किसी ने नहीं सुना. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वायनाड में कहा कि वायनाड उनका परिवार है और वहां के लोग वफादार हैं.
'राहुल गांधी चाहते थे कि अमेठी में लोग गरीब रहें'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘‘इसका मतलब यह हुआ कि 15 साल तक जहां के वह (राहुल) सांसद रहे, उस अमेठी के लोगों के लिए वफादार नहीं हैं. वह वायनाड में जाकर अमेठी को गालियां देते हैं. ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इस बार अमेठी का मतदाता तैयार है. गांधी खानदान खासकर राहुल गांधी चाहते थे कि अमेठी में लोग गरीब बने रहें, इसीलिए जब कोई गरीब का बेटा भारत का प्रधान सेवक बनता है उसे ये पचा नहीं पाते."
'गांधी खानदान ने अमेठी की उपेक्षा की'
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि गरीबी झेलकर अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी के बल पर आप सभी के आशीर्वाद से देश के प्रधान सेवक बने नरेंद्र मोदी को कांग्रेस या गांधी खानदान पचा नहीं पा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी के 15 साल बनाम मेरे पांच साल को देखा जाए तो दिखाई पड़ता है कि गांधी खानदान ने किस तरीके से अमेठी की उपेक्षा की. अमेठी में उन्होंने जो 50 साल में नहीं किया, राहुल गांधी ने जो 15 साल में नहीं किया उसे डबल इंजन की सरकार ने पांच साल में करके दिखाया है.’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आप सभी ने कभी अमेठी में ऐसा सांसद नहीं देखा होगा, जो गांव में खड़े होकर नालियों की साफ सफाई कराए, लेकिन आप सब ने मुझे बहन माना तो मैंने बहन का फर्ज निभाया.” स्मृति ईरानी ने कहा, "जब राहुल गांधी को छींक आती थी तो वह इलाज के लिए विदेश भाग कर जाते थे, लेकिन अमेठी के लोगों के लिए एक मेडिकल कॉलेज नहीं बनवाया. अमेठी में मेडिकल कॉलेज तब बना जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी."