Lok Sabha Election Survey: केदारनाथ धाम के कायाकल्प, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से लेकर महाकालेश्वर में महाकाल लोक के निर्माण तक हर मौके पर बीजेपी ने हिंदुत्व के मुद्दे को धार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. 2014 के लोकसभा चुनाव में हिंदुत्व की लहर पर सवार होकर बीजेपी ने लगातार दो चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन क्या ये मुद्दा लोकसभा चुनाव 2024 में भी काम करेगा? इसका जवाब हाल ही में हुए एक सर्वे में सामने आया है.


टीवी9 भारतवर्ष और पोलस्ट्रैट की ओर से किए गए इस सर्वे में लोगों से हिंदुत्व समेत कई मुद्दों पर उनकी राय जानी गई. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के विजयी रथ में हिंदुत्व का घोड़ा कहां तक दौड़ेगा इसे लेकर जनता का मूड सामने आ चुका है. आइए जानते हैं इन मुद्दों को लेकर लोगों का क्या कहना है...


कमजोर नहीं पड़ी हिंदुत्व के मुद्दे की धार


2024 के लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए इस सर्वे में लोगों से बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित हो सकने वाले मुद्दों को लेकर सवाल पूछा गया. जिसमें लोगों ने हिंदुत्व के मुद्दे पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया. पोलस्ट्रैट और टीवी9 भारतवर्ष के इस सर्वे में 23.9 प्रतिशत लोगों का मानना है कि 2024 में बीजेपी के लिए हिंदुत्व सबसे बड़ा मुद्दा साबित होने जा रहा है. आसान शब्दों में कहें तो सर्वे के हिसाब से बीजेपी के लिए हिंदुत्व के मुद्दे की धार कमजोर नहीं पड़ी है.


राम मंदिर और विकास पर भी लोगों का भरोसा


इस सर्वे में लोगों ने राम मंदिर और विकास को भी 2024 में बड़े मुद्दों के तौर पर माना है. 20.9 प्रतिशत लोगों ने राम मंदिर और 17.9 फीसदी लोगों ने विकास के मुद्दे पर भरोसा जताया है. इसके इतर बीजेपी के एजेंडे में शामिल भारत की विश्वगुरु वाली छवि के मुद्दे पर 11.5 प्रतिशत लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में खड़े नजर आते हैं.


कॉमन सिविल कोड पर लगा प्रश्नचिन्ह


बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में कॉमन सिविल कोड एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन लोगों का इस पर भरोसा बहुत ही कम है. महज 5.8 प्रतिशत लोगों का मानना है कि 2024 में कॉमन सिविल कोड का मुद्दा बीजेपी के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है. वहीं, 20 प्रतिशत लोगों का मानना है कि हिंदुत्व, राम मंदिर, विश्वगुरु की छवि, कॉमन सिविल कोड और विकास से इतर अन्य मुद्दे 2024 में बीजेपी के लिए खेल बदलने वाले साबित होंगे.


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