Lok Sabha Election Survey: 2019 की तरह 2024 में भी गलत साबित हुआ बिहार का सर्वे तो क्या होगा?
Bihar Lok Sabha Survey: 2019 के एक सर्वे में लोकसभा में किसी भी दल को बहुमत न मिलने की बात कही गई थी, लेकिन नतीजे उलट आए थे. अब 2024 को लेकर एक सर्वे आया है.
Lok Sabha Election 2024: 2019 में बीजेपी के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार में विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था. इस बार नए समीकरण बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं. हाल ही में आए एक सर्वे में बीजेपी के लिए बुरी खबर आई है. सर्वे के अनुसार, बिहार में यूपीए का मैजिक चलता नजर आ रहा है.
लोकसभा चुनाव होने में बस एक साल की वक्त रह गया है. सभी दलों ने 2024 को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सी वोटर और इंडिया टुडे का एक सर्वे सामने आया है. सर्वे में इस बार बिहार में यूपीए की लहर चलती दिखाई दे रही है.
2024 में यूपीए को 25 सीटों का अनुमान
सर्वे के अनुसार, बिहार में यूपीए को लोकसभा की 25 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपीए को महज एक सीट मिली थी. सर्वे की माने तो 5 साल में यूपीए की सीटें 25 गुना बढ़ गई हैं. यही नहीं, यूपीए दलों को 2019 में 5 प्रतिशत वोट मिले थे, जो ताजा सर्वे में बढ़कर 47 प्रतिशत हो गया है.
सर्वे के नतीजे यूपीए के लिए खुशी की बात तो हो सकते हैं, लेकिन हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह एक सर्वे ही है और सर्वे कई बार गलत भी साबित हो चुके हैं. साथ ही अभी लोकसभा चुनाव में साल भर का समय शेष है. ऐसे में नए समीकरण और मुद्दे उभर सकते हैं जो चुनाव का गणित बदल सकते हैं.
फिलहाल तो ये समझने की कोशिश करते हैं कि अगर सर्वे के नतीजे गलत हुए तो बिहार में क्या होगा. इससे जानने के लिए पिछली बार के सर्वे को देखना होगा. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले एबीपी और सी वोटर ने एक सर्वे किया था.
2019 में सर्वे से कितना अलग थे चुनाव नतीजे
2019 को लेकर एबीपी के सर्वे में किसी भी पार्टी को लोकसभा में पूर्ण बहुमत न मिलने की बात कही गई थी. सर्वे के मुताबिक, एनडीए को 233 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था, जबकि यूपीए के खाते में 167 सीटें जाती दिखाई गई थीं. नतीजे आए थो 352 सीटों के साथ एनडीए ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था, जबकि यूपीए को 92 सीट ही मिली थी.
2019 के उसी सर्वे में बिहार की 40 सीटों में एनडीए को 35 सीटें मिलती दिखाई गई थीं. वहीं, यूपीए के खाते में सिर्फ 5 सीट दिखाई गई थी. बिहार के सर्वे के हिसाब से देखें तो सर्वे और असल चुनाव के नतीजे सटीक तो नहीं, लेकिन करीब जरूर नजर आ रहे हैं. वहीं, जब देश की बात करें तो चुनाव नतीजे सर्वे के उलट आए थे.
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