Lok Sabha Election Survey: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयारियों का बिगुल अभी से बज चुका है. इन सबके बीच सी-वोटर और इंडिया टुडे के एक सर्वे में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. सर्वे के इन आंकड़ों के अनुसार, यूपीए के वोट शेयर और सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं, कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने न सिर्फ पार्टी के लिए सियासी माहौल तैयार किया है, बल्कि राहुल गांधी की रीब्रांडिग में भी काफी हद तक मदद की है. इसके साथ ही भारत जोड़ो यात्रा ने देशभर में लोगों को जोड़ने में कांग्रेस की एक बेहतर रणनीति के तौर पर नजर आई है. 


सर्वे के मुताबिक, 2014 के लोकसभा चुनाव में NDA को 38 फीसदी और UPA को 23 फीसदी वोट मिले थे. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए का वोट शेयर बढ़कर 45 तक पहुंच गया था, जबकि UPA को 27 फीसदी लोगों ने वोट किया था. पिछले दोनों लोकसभा चुनावों की तुलना करें, तो हर चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ता नजर आया है. जो हालिया सर्वे में भी नजर आया है. इसी साल जनवरी महीने में सामने आए सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव होते हैं, तो NDA को 43 फीसदी वोट शेयर मिलेगा. वहीं, यूपीए को 30 फीसदी और अन्य को 27 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान जताया गया है.


नहीं पूरा होगा कांग्रेस विहीन भारत का सपना!


बीजेपी के तमाम नेताओं ने कांग्रेस विहीन भारत का सपना को लेकर बयानबाजी की है. खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी कई बार इसका जिक्र कर चुके हैं, लेकिन सी वोटर और इंडिया टुडे के इस सर्वे में पीएम मोदी का ये सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है. सर्वे के अनुसार, 37 फीसदी लोगों का मानना है कि यात्रा ने कांग्रेस के लिए सियासी माहौल बनाया है. हालांकि, इन्हीं लोगों का मानना है कि ये कांग्रेस के लिए चुनाव जीतने में मदद नहीं करेगी. 


29 फीसदी लोगों का मानना है कि जनता से जुड़ने के लिए भारत जोड़ो यात्रा एक बेहतरीन फैसला था. इसके इतर 13 फीसदी लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा को राहुल गांधी की रीब्रांडिग की कोशिश बताया है. वहीं, 9 फीसदी लोगों का मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. इन आंकड़ों के अनुसार, एक बड़ा वर्ग कांग्रेस को नकारते हुए भी उसके पक्ष में ही खड़ा नजर आता है.


हर चुनाव में बढ़ रही हैं यूपीए की सीटें


2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नीत यूपीए ने 59 सीटों पर जीत हासिल की थी. जो 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में बढ़कर 91 सीटों पर पहुंच गई थी. वहीं, इसी साल जनवरी महीने में सामने आए इस सर्वे में यूपीए के खाते में 153 सीटें जाती दिख रही हैं. साल 2022 के जनवरी महीने में भी इस एजेंसी के सर्वे में यूपीए को 127 सीटें मिलती हुई नजर आई थीं.


इन आंकड़ों की तुलना की जाए, तो साफ हो जाता है कि अगर अभी चुनाव होते हैं, तो कांग्रेस की लोकसभा सीटें 2019 के आम चुनाव में सीटों की संख्या में 62 सीटों की बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. ये चौंकाने वाला आंकड़ा ही कहा जा सकता है. वहीं, साल 2022 के सर्वे में इस साल हुए सर्वे में यूपीए को 26 सीटों की बढ़त मिलती दिख रही है. 


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