Haryana Rally: हरियाणा के फतेहाबाद में विपक्षी एकता रैली पर तंज कसते हुए सुशील मोदी ने कहा कि उस रैली में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और टीएमसी में से कोई भी नहीं, उसके कोई भी नेता वहां शामिल नहीं हुए हैं. हां, अगर कोई वहां है तो वो दस साल की सजा काटने वाले चौटाला हैं. विपक्षी एकता की बात करने वालों का मंच भ्रष्टाचारियों का मंच है. ये तो संभव ही नहीं है कि विपक्ष एक साथ आ जाए. ये तो बस एक कोरी कल्पना है. 


सुशील मोदी ने सीएम नीतीश के विपक्षी एकजुटता को लेकर चल रही मुहिम पर तंज कसा और नीतीश के पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर भी बड़ी बात कही है. मोदी ने कहा कि पीएम पद की रेस में नीतीश जी तो कहीं नहीं है. 2024 की लड़ाई पीएम मोदी और राहुल गांधी के बीच होगी. जनता एक कमजोर नहीं, मजबूत पीएम चाहती है. इन सबके बीच एकता बस एक दिखावा है.


सोनिया गांधी नीतीश कुमार को कभी स्वीकार नहीं करेंगी


शनिवार को सोनिया गांधी से नीतीश कुमार और लालू यादव की मुलाक़ात पर सुशील मोदी ने कटाक्ष किया और कहा कि नीतीश कुमार को सोनिया गांधी कभी स्वीकार नहीं करेंगी. अगर ऐसा ही होता तो उनका बेटा आज पदयात्रा नहीं कर रहा होता. नीतीश कुमार को राष्ट्रीय स्वीकार्यता नहीं मिल सकती है. वे तो बस विपक्षी एकता का नाटक कर रहे हैं. 43 एमएलए की पार्टी वाले क्षेत्रीय नेता कितनी सीटें जीतेंगे.


राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तो ऐसी है कि क्या कहें, राहुल गांधी गुज़रात नहीं जा रहे जबकि वहां चुनाव है. उन्होंने तो केरल में सबसे ज़्यादा वक्त बिताया. आज की कांग्रेस एक डूबता जहाज़ है.


बिहार में पीएफआई का समर्थन कर रही जेडीयू-राजेडी


सुशील मोदी ने कहा कि पीएफ़आई एक आतंकी संगठन है और इसका मामला सिर्फ़ बिहार तक ही सीमित नहीं है. 2047 तक ये लोग भारत को एक मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते थे. ये तो बड़ा आश्चर्य है कि बिहार में पीएफ़आई के समर्थन में आरजेडी और जेडीयू बयान दे रही है. ये लोग मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. एनआईए जब मामले को लेना चाह रही थी तो उस वक्त नीतीश कुमार ने ही मना कर दिया था.


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