Annamalai Interview: CAT में किया 99.32 स्कोर, राजनीति में नहीं आना चाहते थे के अन्नामलाई, फिर किसने कराई एंट्री, इंटरव्यू में किए बड़े खुलासे
K. Annamalai Interview: भारतीय राजनीति में बेहद कम समय में तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के.अन्नामलाई ने अपनी अलग पहचान बनाई है. तमिलनाडु में अपनी पद यात्रा की वजह से वो लगातार सुर्ख़ियों में रहे हैं.
Tamil Nadu BJP President K Annamalai : भारतीय राजनीति में बेहद कम समय में तमिलनाडु BJP के अध्यक्ष के.अन्नामलाई ने अपनी अलग पहचान बनाई है. तमिलनाडु में अपनी पदयात्रा की वजह से वो लगातार सुर्खियों में रहे हैं. PM मोदी ने भी मंच से के.अन्नामलाई की तारीफ की थी. हाल में ही दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपने जीवन को लेकर कई बड़े खुलासे किये हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि किस वजह से वो राजनीति में आए हैं.
आप को जानकार हैरानी होगी कि अन्नामलाई का CAT स्कोर 99.32 प्रतिशत और XLRI स्कोर 99.98% था. इतने अच्छे नंबर्स लाने के बाद उन्होंने IIM लखनऊ से पढ़ाई करने का फैसला किया था. अपने इस निर्णय को लेकर उन्होंने कहा, 'मैं बिल्कुल नई जगह से पढ़ाई करना चाहता था. मैं ऐसे शहर जाना चाहता था, जहां का खाना अलग हो, वहां के लोग अलग हों. मैं उस समय अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आना चाहता था. इसी वजह से मैं साउथ इंडिया में पढ़ाई नहीं करना चाहता था. इसी वजह से मैंने लखनऊ को चुना और यहीं से मैं UPSC करने का फैसला किया.'
मुंबई हमले ने बदल दी जिंदगी
अन्नामलाई ने बताया कि 26/11 मुंबई हमले ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया. उन्होंने कहा, 'उस समय मैं एमबीए फर्स्ट ईयर में पढ़ाई कर रहा था. मुझे बहुत बुरा लगा था. मुझे ये मेरा निजी अपमान जैसा लगा था. इस घटना ने मुझे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया'. उन्होंने आगे कहा, 'आमतौर पर आईआईएम में इंटर्नशिप करना होता है. इस दौरान मैंने और मेरे कुछ साथियों ने एक राजनीतिक दल के साथ इंटर्नशिप की थी'. अन्नामलाई विजयकांत की पार्टी डीएमडीके तमिलनाडु में भी इंटर्नशिप कर चुके हैं.
कैसे हुई राजनीति में एंट्री?
अन्नामलाई ने कहा, 'उस समय मैं राजनीति के बारे में सोच भी नहीं सकता था. मेरा मन राजनीति में आने का नहीं था. मैंने 2009 में प्रीलिम्स दिया था. इसके बाद मैंने मेन्स का एग्जाम दिया और सिलेक्ट हो गया.'राजनीति में आने को लेकर के. अन्नामलाई ने कहा कि अगर मोदी जी राजनीति में नहीं होते तो वो कभी यहां ना आते. इस दौरान वो अपनी नौकरी कर रहे होते या अपना कोई एनजीओ चला रहे होते.
'बीजेपी मुझे नहीं देती है वेतन'
राजनीति में अपने सफर को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मेरे मन में शुरू में था कि अगर मैं राजनीति में सफल न हुआ तो मैं वापस से खेती करने लगूंगा. हालांकि अब मुझे ये सेवा लगती है और इसमें फेल होने जैसा कुछ भी नहीं हैं'. उन्होंने आगे कहा, 'मैं पार्टी से एक भी पैसा नहीं लेता हूं. मेरी कोई सैलरी नहीं है. मैं अपने पैसे से अपना खर्चा निकालता हूं. मैं अपने ही पैसे से सफर करता हूं. मेरा एक छोटा सा बिजनेस है और मैं खेती भी करता हूं'.