Lok Sabha Election Jaunpur Seat: जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) सलाखों के पीछे जरूर पहुंच गए हैं, लेकिन उनके दिख रहे तेवर ये साफ कर रहे हैं कि खेल अभी बाकी है. धनंजय सिंह ने जेल जाते वक्त कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए साजिश रची गई है. जिस मामले में उन्हें सजा सुनाई गई है, उस मामले में हाईकोर्ट जाने की बात भी धनंजय सिंह कहते हुए नजर आए. 


धनंजय सिंह ने कहा फर्जी मुकदमें में उन्हें फर्जी सजा सुनाई गई है. समर्थक कह रहे हैं कि उनके पूर्व सांसद जिसको भी समर्थन देंगे, वो उसके लिए लोकसभा चुनाव में जीजान लगा देंगे. एमपी-एमएलए कोर्ट ने धनंजय सिंह को रंगदारी और अपहरण के मामले में 7 साल की सजा सुनाई है. 


धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने क्या कहा?


इस बीच धनंजय सिंह की पत्नी की एक अपील वायरल हो रही है. जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला रेड्डी ने कहा, "न्यायपालिका के फैसले का सम्मान करना चाहिए. इसके साथ ही अपने नेता धनंजय जी का अनुसरण करते हुए किसी भी दल के नेता के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करें, क्योंकि इससे आपके नेता के व्यक्तित्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा. आपके नेता ने बड़ी शुचिता के साथ राजनीति की है. कृपया धैर्य और संयम से काम करें. आपके नेता को सहानुभूति की जरूरत है." 


अखिलेश से किसके लिए टिकट मांग रहे थे धनंजय सिंह?


धनंजय सिंह को सजा सुनाए जाने से पहले खबर आई थी धनंजय सिंह ने अखिलेश यादव से एक शादी में मुलाकात करके सपा अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की थी. धनंजय सिंह को अगर ये आभास था कि उन्हें मामले में सजा हो सकती है तो वो आखिर किसके लिए अखिलेश यादव से टिकट की वकालत करने गए थे. क्या वो अपनी पत्नी के लिए लोकसभा चुनाव का जौनपुर से टिकट मांग रहे थे. हालांकि फिलहाल ये सिर्फ सियासी हवा है.


जौनपुर पर सपा नेता ही कर रहे थे धनंजय सिंह की वकालत


वहीं दूसरी तरफ कुछ सपा के बड़े नेता भी जौनपुर से धनंजय सिंह को टिकट दिए जाने की वकालत कर रहे थे. हालांकि सजा होने के बाद अब धनंजय सिंह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. ऐसे में वो अपनी पत्नी को लोकसभा चुनाव मैदान में उतार सकते हैं. 


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