Balakot Airstrike: पूर्व भारतीय वायु सेना (IAF) प्रमुख और एयर चीफ मार्शल से अब बीजेपी नेता बनें आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) ने आतंकवाद के खिलाफ बीजेपी सरकार के रुख की तारीफ की. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आरकेएस भदौरिया ने कहा कि बालाकोट एयरस्ट्राइक पाकिस्तान की वायु सेना और सेना की सुरक्षा को भेदकर की गई थी और हमें कोई नुकसान नहीं हुआ.
बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे. 'जब बीजेपी सत्ता में आई तो पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की स्पष्ट नीति बनाई. जब कोई आतंकी घटना हुई और अपराधी सीमा पार छिप गए, तो एलओसी के पार सर्जिकल स्ट्राइक की गई. उधर, जब पुलवामा आतंकी हमला हुआ, तो सीमा पार के लॉन्चपैड अंडर ग्राउंड हो गए. उन्हें ढ़ूंढ़ा गया और निकाला गया. उस वक्त बालाकोट स्ट्राइक की गई थी. यह एक महत्वपूर्ण कदम और एक कड़ा संदेश था... उसके बाद ऐसी कोई (आतंकवादी) घटना नहीं हुई.
क्या सेना बड़े युद्ध के लिए तैयार थी? इस सवाल के जवाब में पूर्व वायुसेना चीफ ने कहा, बिल्कुल, जब ऐसा कदम उठाया जाता है, तो सब मुद्दों को देखा जाता है, सबकी तैयारी की जाती है. जब भारतीय वायुसेना ने एयरस्ट्राइक की, जब ऐसी कार्रवाई की, तब उनके एयरस्पेस में गए, उनकी वायुसेना और सेना की प्रोटेक्शन को भेदते हुए हमने एयरस्ट्राइक की और आतंकियों के गढ़ को धूल में मिलाया. उस वक्त हम हर स्थिति के लिए तैयार थे.
हम आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेंगे- आरकेएस भदौरिया
आरकेएस भदौरिया ने कहा है कि ये हवाई हमला पाकिस्तान की वायु सेना और सेना की सुरक्षा को तोड़कर किया गया था और हमें कोई नुकसान नहीं हुआ. ये एक सफल ऑपरेशन था...हम हर स्थिति के लिए तैयार थे...अगर कोई हमारे देश में आतंक फैलाएगा तो वो जहां भी छुपेगा उसे निशाना बनाया जाएगा. मतलब साफ है- जीरो टॉलरेंस, हम आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेंगे.
जानिए कौन हैं RKS भदौरिया?
बता दें कि, पूर्व एयरफोर्स चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. जहां आरकेएस भदौरिया ने सितंबर 2019 से सितंबर 2021 तक वायु सेना प्रमुख के रूप में काम किया. सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, उन्होंनेन्हों नेवायु सेना के उप प्रमुख के रूप में काम किया. दरअसल, भदौरिया, पुणे स्थित एनडीए के छात्र रह चुके हैं. जहां पर उन्होंने 4250 घंटे से ज्यादा की उड़ान भरी है. इसके साथ ही उनके पास 26 तरह के लड़ाकू विमानों का अनुभव है.
भदौरिया ने मार्च 2017 से अगस्त 2018 तक दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में काम किया. अपने 36 सालों के करियर के दौरान, आरकेएस भदौरिया को कई पदकों से सम्मानित किया गया है, जिसमें अति विशिष्ट सेवा पदक, वायु सेना पदक और परम विशिष्ट सेवा पदक शामिल हैं. उन्हें जनवरी 2019 में भारत के राष्ट्रपति का मानद Aide De Campe नियुक्त किया गया था.
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