Lok Sabha Elections 2024: ऐसा क्या हुआ जो मतदान से पहले यहां के चार गांवों में कर दिया गया चुनाव का बहिष्कार? जानिए
Lok Sabha Election: स्थानीय लोगों ने सरकार पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर पाई है. यही वजह है कि उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण की वोटिंग संपन्न हो गई है. पहले चरण में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर मतदान हुआ. हालांकि, तमिलनाडु में कुछ जगहों पर चुनाव के बहिष्कार का असर देखने को मिला. कुड्डालोर लोकसभा सीट के चार गांवों में चुनाव का बहिष्कार किया गया.
जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु में कुड्डालोर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले चार गांवों (एस एरिपलायम, विरुथागिरिकुप्पम, पुडु विरुथागिरिकुप्पम और काची पेरिमनाथम) में चुनाव का बहिष्कार किया गया. वहां जनता ने शुक्रवार को हुई वोटिंग के दौरान मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया.
ग्रामीणों ने सरकार पर लगाया आरोप
स्थानीय लोगों ने सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर पाई है. विरुथागिरिकुप्पम और पुडु विरुथागिरिकुप्पम गांव में लगभग 7,000 मतदाता हैं.
ग्राम पंचायत घोषित करने को लेकर कर रहे आंदोलन
दो गांवों के लोगों की मांग है कि मुथनाई ग्राम पंचायत से इन गांवों को अलग कर इसे एक अलग ग्राम पंचायत घोषित किया जाए. लोगों की ओर से मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन भी किए गए हैं. लोगों ने बताया कि दोनों गांवों में पीने के पानी, सड़क और परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.
चार गांवों ने किया चुनाव का बहिष्कार
ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिलने के बाद राजस्व अधिकारियों ने उनसे बातचीत भी की लेकिन यह बातचीत विफल रही. बाद में दोनों गांवों के निवासियों ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया. इन गांवों के लोगों ने वोट का इस्तेमाल नहीं किया. इसके अलावा काची पेरीमनाथम और एस एरिपलायम के निवासियों ने भी चुनाव का बहिष्कार कर दिया. इस दौरान पोलिंग बूथ पर सन्नाटा पसरा रहा. इससे पहले, उन्होंने घोषणा की थी कि सरकार उनके गांवों को अलग ग्राम पंचायत बनाने की मांग घोषित करे. अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो यहां के लोग लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे.