Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव-2024 में विपक्ष की ओर से पीएम पद की दावेदारी की लिस्ट रोजाना बढ़ती जा रही है. नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल और केसीआर के बाद अब विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार (Sharad Pawar) का भी नाम उछल गया है. दिल्ली में एनसीपी (NCP) के राष्ट्रीय अधिवेशन में एक के बाद एक कई नेताओं ने विपक्ष को एकजुट रखने और उसका नेतृत्व करने के लिए शरद पवार को सबसे बड़ा नेता बताया. 


पार्टी के आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने सबसे पहले शरद पवार को विपक्ष का सबसे बड़ा नेता बताया. पटेल ने कहा कि नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, केसीआर और अखिलेश यादव से लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन तक शरद पवार से इसीलिए मार्गदर्शन लेने आते हैं क्योंकि उनको पता है कि पवार ही विपक्ष को एकजुट रख सकते हैं. हालांकि बैठक के बाद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं. 


"शरद पवार ही पूरे विपक्ष को एकजुट रख सकते हैं"


पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कहा कि चूंकि विपक्ष को एकजुट रखने के अपने कर्तव्य में कांग्रेस नाकामयाब रही है, ऐसे में शरद पवार ही पूरे विपक्ष को एकजुट रख सकते हैं. चाको ने भी पवार की पीएम उम्मीदवारी से इंकार किया, लेकिन ये जरूर कहा कि अगर शरद पवार को बाकी पार्टियों का समर्थन मिलता है तो पीएम पद की जिम्मेदारी स्वीकार करेंगें.  


नीतीश कुमार ने की थी मुलाकात


हाल ही में जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) दिल्ली दौरे पर आए थे तो उन्होंने बाकी नेताओं के साथ-साथ शरद पवार (Sharad Pawar) से भी मुलाकात कर विपक्ष को एकजुट करने की रणनीति पर चर्चा की थी. एनसीपी (NCP) के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाषण देते हुए पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने महंगाई और साम्प्रदायिकता जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार पर निशाना साधा. भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ को लेकर भी पवार ने हमला बोलते हुए कहा कि इस मुद्दे पर मोदी सरकार ने देश को गुमराह किया है. 


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