Himanta Biswa Sarma On Congress: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा चर्चा हुई तो वो है इलेक्ट्रोनिंग वोटिंग मशीन (ईवीएम), जिसे लेकर विपक्षी दलों की ओर से चुनाव से पहले तरह-तरह के दावे किए. इसी मामले को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस और I.N.D.I.A गठबंधन पर निशाना साधा है.


उन्होंने कहा, “अचानक, ईवीएम और ईसीआई पर सभी प्रेस कॉन्फ्रेंस गायब हो गईं. क्या आपको पता है क्यों? मैं थोड़ा चिंतित हूं.” इससे पहले उन्होंने कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के उस बयान को लेकर भी निशाना साधा था जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद सेंसेक्स में उतार चढ़ाव के पीछे एक छिपी हिडन कॉन्सपिरेसी है. उन्होंने कहा था दाल में कुछ काला है.


हिमंत बिस्व सरमा ने इस तरह कसा था तंज


इस पर सीएम सरमा ने व्यंग्यात्मक जवाब देते हुए सीएम सरमा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, "सेंसेक्स अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. क्या हमें संयुक्त संसदीय समिति द्वारा जांच का आदेश देना चाहिए कि यह आज इस स्तर पर क्यों पहुंचा है?" वहीं, देश के होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीते दिन शुक्रवार को ईवीएम को लेकर विपक्ष को निशाने पर लिया था.


मोदी सरकार बनने के बाद विपक्ष लगातार उठाता रहा ईवीएम का मुद्दा


दरअसल, पिछले कई सालों से विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाता रहा है. इस बार के चुनाव में भी विपक्ष ईवीएम को लेकर सत्ता पक्ष पर हमलावर रहा. इतना ही नहीं मामले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी की गई. जनवरी 2024 में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयोग (ईसी) को पत्र लिखकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल्स (वीवीपीएटी) के उपयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारतीय ब्लॉक दलों के साथ बैठक करने का अनुरोध किया था.


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