Lok Sabha Elections Result News: सियासी गलियारे में ये कहावत काफी पुरानी है कि दिल्ली की कुर्सी का रास्ता यूपी से होकर जाता है. केंद्र की कुर्सी के लिए यह बात फिट भी बैठती है. 2014 और 2019 में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत में यूपी का बड़ा योगदान था, दरअसल, देश में लोकसभा सीट के लिहाज से यूपी सबसे बड़ा प्रदेश है. यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं. ऐसे में जिसे यहां ज्यादा सीटें मिलीं, उसके लिए राह आसान हो जाती है.


यूपी की 80 सीटों के महत्व को देखते हुए ही पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक ने यहां पूरी ताकत झोंक दी थी, इसके बाद भी बीजेपी 33 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी. यूपी में ऐसी कई सीटें रहीं, जहां बीजेपी का सबसे ज्यादा दबदबा था, लेकिन इस बार सपा ने उसके गढ़ में भी सेंध लगा दी. यहां आपको बताएंगे कुछ ऐसी ही सीटों के बारे में जहां बीजेपी सबसे ज्यादा पस्त रही.


अयोध्या मंडल में मिली हार ने चौंकाया


भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ी शिकस्त अयोध्या मंडल में मिली है. बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में लगातार अयोध्या में बने राम मंदिर का जिक्र कर इसे भुनाने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद भी बीजेपी अयोध्या की सीट फैजाबाद को हार गई. यहां सपा ने जीत दर्ज की. फैजाबाद के अलावा अयोध्या मंडल में शामिल बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर व अमेठी जैसी सीटों पर भी बीजेपी को हार मिली. पास की बस्ती और श्रावस्ती सीट पर भी भाजपा जीत दर्ज नहीं कर पाई.


अमेठी सीट पर भी लगा झटका


कभी कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी सीट 2019 के चुनाव में बीजेपी के पास चली गई थी. इस सीट पर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था. तब से माना जाने लगा था कि अब कांग्रेस यहां वापसी नहीं कर पाएगी, लेकिन इस बार चुनाव में यहां गांधी परिवार से कोई नहीं उतरा. कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को मौका दिया और उन्होंने स्मृति ईरानी को शिकस्त देकर बीजेपी को बड़ा झटका दिया.


वाराणसी सीट ने बढ़ाई चिंता


वाराणसी लोकसभा सीट ने भी इस बार बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है. यहां से भले ही पीएम मोदी ने लगातार तीसरी जीत दर्ज की है, लेकिन इस बार उनकी जीत का मार्जिन घटा है. मोदी ने 2014 में 56.37 पर्सेंट और 2019 में 63.60 प्रतिशत वोट के साथ जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार वह 54.24 फीसदी वोट ही हासिल कर सके जो पिछले दोनों चुनाव की तुलना में कम है. शुरुआती चरणों में वह कांग्रेस के अजय राय से पीछे भी रहे थे.


सीट के साथ-साथ घटा वोट शेयर भी


यूपी में बीजेपी के लिए सबसे निराशा की बात ये है कि इस बार न सिर्फ उसकी सीटें कम हुई हैं, बल्कि उसका वोट शेयर भी घटा है. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 62 सीटें मिली थीं, तब उसका वोट शेयर 49.97 प्रतिशत था. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 33 सीटें जीती हैं और उसका वोट शेयर 41.39 प्रतिशत पर आ गया है. वोट शेयर में करीब 7.9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.


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